ग्रेटर नोएडा : वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में किये गए लॉकडाउन के चलते बीते 3-4 महीने से उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति ग्रेटर नोएडा की मासिक बैठक संभव नहीं हो पा रही थी। लंबे समय बाद आज 5 जुलाई को गूगल मीट के माध्यम से समिति की ऑनलाइन मीटिंग आयोजित की गई। ऑनलाइन मीटिंग में समिति के प्रमुख पदाधिकारियों सहित करीब 25 सदस्यों ने भाग लिया। ऑनलाइन मीटिंग में सवर्प्रथम समिति के महासचिव हेम पाण्डेय द्वारा कोरोना संकट काल में समिति द्वारा जरुररतमंद लोगों की मदद के लिए किये गए क्रिया कलापों से सभी को अवगत कराया गया। हेम पाण्डेय ने बताया कि कोरोना काल में उत्तराखंड मूल के डेल्टा-1 निवासी प्रदीप रावत एवं उनकी पत्नी के मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उनके परिवार पर बड़ा संकट आ गया था। संस्था द्वारा उनका उपचार से लेकर उनके परिवार को उनके गाँव तक भेजने की व्यवस्था की गई। इसमें संस्था के कुछ सदस्यों त्रिलोक पवार, पूरण सिंह, विजेंद्र बिष्ट, रविंद्र गोसाई तथा बीपी नवानी जी का विशेष सहयोग रहा। इसके अलावा एक अन्य उत्तराखंडी भाई अरविंद आर्य जो अपने परिवार के साथ (03 बच्चियों) के साथ कासना के किराए के मकान में रह रहे थे, और 3 महीने से कोई जॉब नहीं होने के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। संस्था के अध्यक्ष जेपीएस रावत को जब पता चला उनके पास खाने के लिए राशन भी नहीं है, तब उन्होंने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए संस्था पदाधिकारियों से चर्चा करने के बाद अरविंद आर्य के घर पर राशन भिजवाने की व्यवस्था की तथा अन्य खर्च के लिए पेटीएम के माध्यम से कुछ नकद धनराशि भी भेजी गई। इसके अलावा संस्था के संज्ञान में आया कि हमारे 04 उत्तराखंडी भाई जो अल्फा-2 में रह रहे थे। वे भी बीते 3 महीने से जॉब नहीं होने के कारण आर्थिक संकट से गुजर रहे थे। उन्हें भी संस्था की ओर से मदद की गई। वहीँ अंबे भारती में रहने वाले संस्था के एक सदस्य प्रकाश की भी आर्थिक मदद की गई। उन्होंने बताया कि इसके लिए संस्था के सदस्यों ने आगे बढ़कर स्वैच्छिक दान कर संस्था का मनोबल बढ़ाया है।

इसके बाद समिति के कोषाध्यक्ष ओपी ध्यानी ने वर्ष 2019-20 का वित्तीय लेखा-जोखा समिति के सामने रखा। इसके बाद समिति के अध्यक्ष जेपीएस रावत ने सभी सदस्यों का आभार प्रकट करते हुए बताया कि समिति की वर्तमान कार्यकारिणी अपने 3 साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी है। और इस समय नई कार्यकारिणी के गठन के लिए चुनाव प्रक्रिया की जानी हैं परन्तु कोरोना संकट के चलते यह संभव नहीं हो पा रहा है। हालाँकि इसके लिए समिति ने तीन वरिष्ठ सदस्यों को चुनाव अधिकारी बनाया गया है, जिन्हें नई कार्यकारिणी के चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने चुनाव अधिकारियों से इस विषय पर अपनी रिपोर्ट समिति के सामने रखने का आग्रह किया। इस पर समिति के चुनाव अधिकारियों ने कहा कि कोरोना संकट के चलते शासन/प्रशासन की गाइड लाइन के मुताबिक इस समय चुनाव कराना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि समिति की वर्तमान कार्यकारिणी अभी भी लगातार अच्छा काम कर रही है इसके चलते उन्होंने निर्णय लिया है कि जब तक चुनाव के लिए अनुकूल समय नहीं आ जाता तब तक वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल आगे बढ़ाया जाना उचित लगता है। जैसे ही स्थितियां सामान्य हो जायेंगी उसके बाद दुबारा से चुनाव प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। चुनाव अधिकारियों के इस फैसले का सभी सदस्यों ने स्वागत किया। केवल कोषाध्यक्ष ओपी ध्यानी ने निजी व्यस्तता के चलते कोषाध्यक्ष पद का कार्यभार आगे जारी रखने में असमर्थता जताते हुए यह पदभार किसी अन्य सदस्य को सौंपने का आग्रह किया। जिस पर समिति ने सर्व सम्मति से निर्णय लिया कि वर्तमान उप कोषाध्यक्ष बच्ची राम रतूड़ी को फिल्हाल ओपी ध्यानी की जगह कोषाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी जाये। जिसके बाद सभी सदस्यों के आग्रह पर बच्ची राम रतूड़ी ने अगले चुनाव तक इस जिम्मेदारी स्वीकार को कर लिया है। अंत में समिति के वरिष्ठ सदस्य एवं ऑनलाइन मीटिंग के संचालक डीएस नेगी ने एक-एक कर सभी सदस्यों से इस मीटिंग से सम्बंधित दो-दो शब्द बुलवाकर मीटिंग का समापन किया।