Delhi-violence

नयी दिल्ली: नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के कई इलाकों में पत्थरबाजी और हिंसक प्रदर्शन आज भी जारी है. दिल्ली के भजनपुरा, मौजपुर, जाफराबाद के इलाके में सोमवार को शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को सुबह होते ही मौजपुर में फिर पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाएं सामने आने लगीं। मंगलवार शाम को भी चांदबाग इलाके में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई। उपद्रवियों ने आगजनी और तोड़फोड़ किया है। चार इलाकों में कर्फ्यू लगाए जाने की खबर है। हिंसा में अब तक एक पुलिसकर्मी समेत कुल 10 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हिंसा में 56 पुलिसकर्मियों को चोट आई है। 130 नागरिक भी घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

उत्तर पूर्वी दिल्ली के स्कूल कॉलेज बंद हैं और लोग लोग घरों से निकलने से डर रहे हैं। प्रभावित इलाकों में एक महीने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। एहतियात के तौर पर पांच मेट्रो स्टेशन, जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एंक्लेव और शिव विहार बंद कर दिए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के बाद राष्ट्रीय राजधानी में हालात पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की। गृह मंत्री की बैठक में उप राज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा, भाजपा के नेता मनोज तिवारी और रामवीर बिधूड़ी शामिल हुए। अरविंद केजरीवाल सहित कई आप नेताओं ने दिल्ली में शांति के लिए राजघाट पर जाकर प्रार्थना की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह बैठक दलगत राजनीति की भावना से ऊपर उठकर हुई। हर कोई चाहता है कि हिंसा को रोका जाए। गृह मंत्री की बैठक सकारात्मक थी। यह निर्णय लिया गया कि सभी राजनीतिक दल यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे शहर में शांति आए। वहीँ बीजेपी के ईस्ट दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह व्यक्ति कौन है, चाहे वह कपिल मिश्रा हो या कोई अन्य, किसी भी पार्टी से संबंधित हो, अगर उसने कोई भड़काऊ भाषण दिया है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।