BAUDIGI-GANGA

पौड़ी गढ़वाल: पहाड़ों से पलायन और फिर पहाड़ों की ओर रिवर्स माइग्रेशन पर बनी गढ़वाली फिल्म बौड़िगी गंगा शुक्रवार से पौड़ी के सिनेमाघर में प्रदर्शित की जा रही है। फिल्म की कथा पहाड़ों से पलायन, स्वरोजगार और प्रेम-गाथा पर आधारित है। जिसमें पहाड़ का एक पढ़ा लिखा नौजवान बड़े शहरों की नौकरी छोड़कर अपने गांव में रच बस जाता है। पहली बार पहाड़ों में रिवर्स पलायन को दिखाते हुए ‘बौड़िगी गंगा’  नाम से गढ़वाली फिल्म बनी है। फिल्म युवा पीढ़ी को ध्यान में रखकर बनाई गई है।

गढ़वाली फिल्म बौड़िगी गंगा के निर्माता निर्देशक अनिरुद्ध गुप्ता ने अपनी इस फिल्म के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पहाड़ों की ज्वलंत समस्या पलायन को लेकर फिल्म का निर्माण किया गया है। फिल्म की नायिका देहरादून के एक कालेज में पढ़ती है। कालेज टूर के बहाने उसे अपने पैतृक गांव जाने का मौका मिलता है। यहां उसकी मुलाकात फिल्म के नायक से होती है। नायक पढ़ा लिखा नौजवान है जोकि बड़े शहरों में नौकरी करता था। लेकिन अपनी माटी से जुड़ाव के चलते वह वापस अपने गांव पहुंचता है और खेती बाड़ी में जुट जाता है। वह पहाड़ में रोजगार पैदा करके पलायन को रोकने के लिए प्रयास करने में जुटा हुआ है।

फिल्म की शूटिंग हर्सिल, ब्यासी, कौड़ियाला, ऋषिकेश व देहरादून आदि स्थानों पर की गई है। फिल्म में रणवीर चैहान व प्रशान्त गगोड़िया नायक की भूमिका में हैं। जबकि शिवानी भण्डारी फिल्म की नायिका हैं। अन्य कलाकारों में राजेश मालगुड़ी, कविता बौड़ाई, कुसुम चैहान, चन्दा मंमगाई, विकेश बाबू, पूजा काला, वन्दना धस्माना, रिहान शर्मा आदि शामिल हैं। फिल्म का संगीत संजय कुमोला का है। गानों को प्रीतम भरतवाण, मीना राणा, गजेन्द्र राणा, जितेन्द्र पंवार, सत्या अधिकारी व ऊषा पाण्डेय ने अपनी आवाज दी है। फिल्म की पटकथा अरुण प्रकाश बडोनी हैं। निर्माता अनिरुद्ध गुप्ता ने बताया कि उनका उद्देश्य पहाड़ की बोली भाषा व संस्कृति को बढ़ाने का है।

पहले यह फिल्म बीते शुक्रवार से दिखाई जानी थी लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी  के निधन के चलते सात दिनों तक फिल्म का आयोजन बंद कर दिया गया था। अब यह फिल्म पौड़ी में शुक्रवार से दिखाई जाएगी।

फिल्म का ऑफिसियल ट्रेलर आप नीचे दिए यूट्यूब लिंक में देख सकते हैं।