Ayushman-card

नोएडा : शासन ने गौतमबुद्ध नगर सहित प्रदेश के सभी जिलों में 10 से 24 मार्च तक “आयुष्मान पखवाड़ा” आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिख कर इस पखवाड़े के दौरान कार्ड विहीन परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिये हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक ओहरी ने बताया शासन के निर्देश पर इस पखवाड़े के दौरान कार्ड विहीन परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया गोल्डन कार्ड का नाम बदलकर अब आयुष्मान कार्ड कर दिया गया है।

आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान से आच्छादित परिवारों को प्रतिवर्ष प्रति परिवार पांच लाख रुपए तक के निःशुल्क उपचार की सुविधा है । जनपद में छह सरकारी चिकित्सालयों समेत 35 निजी चिकित्सालय आयुष्मान भारत योजना से संबंद्ध हैं। डा. ओहरी ने बताया योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए प्रत्येक पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड होना अनिवार्य है। हर लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने के लिए सघन अभियान चलाया जाएगा। अभियान में लक्षित परिवारों को योजना के प्रति जागरूक करते हुए आयुष्मान कार्ड कैम्प तक लाने एवं उनका आयुष्मान कार्ड बनवाने के हर सम्भव प्रयास किया जाएगा।

अभियान के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करने तथा जन सामान्य को जागरूक करने के लिए अभियान से एक दिन पूर्व जिलाधिकारी/मुख्य चिकित्सा अधिकारी मीडिया के  माध्यम से जन सामान्य को योजना के प्रति जागरूक करने एवं अधिक से अधिक संख्या में योजना का लाभ लेने के लिए आयुष्मान पखवाड़ा के आयोजन से संबंधित जानकारी देंगे। कॉमन सर्विस सेन्टर द्वारा लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड निःशुल्क बनाया जाएगा। पत्र में कहा गया है कि प्रति कार्ड 30 रुपये शुल्क वसूले जाने के कारण लाभार्थी कार्ड बनवाने में रुचि नहीं ले रहे हैं। इसलिए अब लाभार्थी को कार्ड बनवाने के लिए कोई धनराशि नहीं देनी होगी। सभी ग्राम पंचायतों में आयुष्मान पखवाड़े के दौरान आयोजित होने वाले “आयुष्मान कार्ड कैम्प” के संबंध में माइकिंग के माध्यम से निशुल्क कार्ड का प्रचार प्रसार कराया जाएगा। ग्राम सभा के नोटिस बोर्ड पर संबंधित गांव के लाभार्थियों की सूची चस्पा की जाएगी। ऐसे लाभार्थी परिवार जिनमें आयुष्मान कार्ड बनाये जाने हैं, उनकी जानकारी भी इस सूची में होगी।

कैम्प की निर्धारित तिथि से पूर्व संबंधित आशा द्वारा गांव के लाभार्थी परिवारों में आयुष्मान कार्ड कैम्प स्थल की जानकारी पर्ची के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी, जिसमें परिवार के मुखिया का नाम, कैम्प स्थल एवं कैम्प की तिथि अंकित होगी। दीवार लेखन के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाएगा।

आयुष्मान भारत योजना के जिला शिकायत प्रबंधक राकेश ठाकुर ने बताया जनपद में छह सरकारी चिकित्सालयों समेत 35 निजी चिकित्सालय आयुष्मान भारत योजना से संबंद्ध हैं। लगभग 40000 कार्ड बनाए जा चुके हैं। लाभार्थियों को लाभ देने की रैंकिंग में गौतमबुद्धनगर का प्रदेश में दूसरा नंबर है जबकि कार्ड बनाने में 15वां नम्बर है।