BAWARIYA-GANG

ग्रेटर नोएडा: नोएडा एसटीएफ ने आज ग्रेटर नोएडा के जीएल बजाज इंस्टीटयूट के पास मुठभेड के बाद बावरिया गैंग के 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश दीपक बावरिया समेत एक अन्य बदमाश को गिरफ्तार किया है। बावरिया गैंग ने बाराबंकी, लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा, मध्यप्रदेश आदि कई शहरों में डकैती, लूट तथा हत्या की घटनाओं को अंजाम दिया हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से दो तमंचे, कारतूस व एक बिना नम्बर की बाइक बरामद की है। पूछताछ के दौरान बदमाशों ने बताया कि उनके पिता व मौसा भी बदमाश थे।

एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक राजकुमार मिश्रा को मुखबिर से सूचना मिली कि 50 हजार रुपये का इनामी बदमाश दीपक बावरिया अपने एक साथी के साथ ग्रेटर नोएडा में किसी बड़ी वारदात करने के इरादे से आ रहा है। पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों बदमाशों को ग्रेटर नोएडा के जीएल बजाज इंस्टीटयूट के पास मुठभेड के बाद गिरफ्तार कर लिया। दूसरे बदमाश का नाम प्रदीप बावरिया है। दीपक बावरिया मूलरूप से गांव गैंसिंहपुर थाना मोहम्मदाबाद जनपद फरुखाबाद हाल पता नेताजी लेन मेन सूरकपुर रोड वेस्ट गोपालनगर नजफगढ़ दिल्ली व प्रदीप बावरिया मूलरूप से गांव ढापानगला थाना डींग जनपद भरतपुर राजस्थान हाल पता नानक प्याऊ रेलवे फैक्टरी के पीछे मितराऊ रोड थाना नजफगढ़ दिल्ली में रहते हैं।

गिरफ्तार बदमाशों ने बताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा, मध्यप्रदेश आदि कई शहरों में डकैती डाली हैं। उसने सबसे पहले पांच साल पहले वर्ष 2013 में फरीदाबाद में एक डकैती डाली थी। इस केस में वह करीब 11 माह जेल में भी रहा था। इस घटना के करीब दो साल बाद मुरैना मध्यप्रदेश में डकैती डाली। उसके उसने वर्ष 2017 व 2018 में बाराबंकी के थाना सतरिख, कायमगंज, लखनऊ के चिनहट, मलिहाबाद, काकोरी क्षेत्र में कई गांवों में डकैती व हत्या की घटनाओं को अंजाम दिया था। पूछताछ में बताया कि असलहों का इंतजाम विनोद व छोटू करते थे। विनोद ने गैंग को इकटठा किया था और फिर लखनऊ में आकर वारदातें की। घटना से पहले लखनऊ में किराये पर मकान लेते थे। गैंग के सदस्य डकैती डालने से पहले कपड़े की फेरी लगाकर दिन में रेकी किया करते थे। उसके बाद रात में सारे लोग मोटरसाइकिलों से घटना करने के लिए जाते थे। घटना करने वाले स्थान से पहले मोटरसाइकिलों को झाड़ियों में छिपा देते थे। उसके बाद रेकी के दौरान चिन्हित मकान में घुसकर लूटपाट करते थे। जगार होने पर अंधाधुंध फायरिंग कर फरार हो जाते थे। उसके बाद हरियाणा, राजस्थान व दिल्ली में छिपते रहे हैं।