Noida International Airport logo

Noida International Greenfield Airport : ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र में बन रहे एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट का नाम और लोगो का डिजाइन फाइनल कर दिया गया है। गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के अधिकारियों के साथ एयरपोर्ट के कार्य की प्रगति को लेकर समीक्षा की। समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेवर एयरपोर्ट के डिजाइन, लोगो और नाम पर भी चर्चा की। चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने “नोएडा इंटरनेशन ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट” का आधिकारिक लोगो लॉन्च कर दिया। लोगो लॉन्चिंग और समीक्षा बैठक का आयोजन लखनऊ में मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर किया गया था। उड़ते हुए हंस को “नोएडा इंटरनेशन ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट” की पहचान बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने परियोजना पर जल्द काम शुरू कराने को कहा है। इससे संबंधित सभी औपचारिकताओं को निर्धारित समय के अनुसार पूरा करने का निर्देश दिया गया है। कार्यक्रम में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह, यूपी के अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एसपी गोयल, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी शामिल हुए।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की प्राथमिकता में शामिल है। मुख्यमंत्री की मंशा है कि परियोजना में किसी भी तरह की देरी न हो और यह तय समय से पहले बनकर तैयार हो जाए। इसके लिए निर्माणकर्ता कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल को हर संभव मदद करने को कहा गया है।

परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने मास्टर प्लान केंद्र सरकार को सौंप दिया है, जिसका नागरिक उड्डयन मंत्रालय अध्ययन कर रहा है। उम्मीद है कि जल्दी ही मास्टर प्लान को मंजूरी मिल जाएगी। उसके बाद निर्माण के लिए शिलान्यास का कार्यक्रम बनाया जाएगा। एयरपोर्ट का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों कराया जा सकता है। यमुना प्राधिकरण एवं नियाल के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट का लोगो लॉन्चिंग एवं समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के सामने एयरपोर्ट का प्रतीक चिन्ह पेश कर उसके बारे में जानकारी दी गई। सीईओ ने बताया कि उड़ता हुआ हंस के प्रतीक को तीन खूबियों के तालमेल से बनाया गया है। यह उड़ता हुआ हंस, तकनीक और दुनिया से कनेक्टिविटी के मेल से बनाया गया है। यह जेवर एयरपोर्ट की पहचान बनेगा। नियाल के अधिकारियों ने कहा कि 29,650 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले जेवर एयरपोर्ट के लिए 1334 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत कर ली गई है। एयरपोर्ट के मास्टर प्लान को परीक्षण के लिए केंद्र सरकार के नगर विमानन मंत्रालय को भेजा जा चुका है। एयरपोर्ट चालू करने का लक्ष्य 2023 रखा गया है।