Greater Noida Authority

ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में जाली दस्तावेजों के आधार पर ठेका लेने का मामला उजागर हुआ है। यही नहीं ठेकेदार ने प्राधिकरण के भी फर्जी दस्तावेज तैयार कर दूसरी जगह ठेका हथिया लिये। इस मामले में ठेकेदार को एक कंपनी ब्लैक लिस्ट किया है। प्राधिकरण के एसीईओ केके गुप्त ने मामले की जांच के लिए एक समिति गठित करने के निर्देश दिये हैं।

गाजियाबाद के नेहरु नगर में रजिस्टर्ड एक फर्म ने नेशनल हाईवे-3 पर मध्य प्रदेश में गुना से शिवपुरी के बीच वर्ष 2017 में काम करने का ठेका सरकारी कंपनी इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड से लिया था। इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का अनुभव प्रमाण पत्र दाखिल किया था। जांच में दस्तावेज जाली पाये गये। प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड को पिछले साल 26 सितम्बर को जानकारी दी थी कि अनुभव प्रमाण पत्र उनके कार्यालय से जारी नहीं किये गये हैं। बिल्डर ने प्राधिकरण के दफ्तर का फर्जी पता लिखा था। यह पता सेक्टर बीटा-2 के एच ब्लॉक का लिखा था। जांच में पता चला कि यह आवासीय भूखण्ड है। कंपनी ने इसी आधार पर ठेकेदार का ठेका रद्द कर दिया। यही नहीं ठेकेदार को दो साल के लिए ब्लैक लिस्ट भी कर दिया। आरोप है कि ठेकेदार ने इससे पहले कंपनी के जाली दस्तावेजों के जरिये ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से भी ठेका हासिल किया था। प्राधिकरण भी इस मामले की जांच कर रहा है। एसीईओ केके गुप्त ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं।