school fees continues

मुख्य सचिव व अपर मुख्य सचिव को पत्र भेजकर फीस में रियायत के लिए निवेदन कर चुके हैं जिलाधिकारी

जिलाधिकारी के सकारात्मक रूख से संतुष्ट हुए एसोसिएशन के लोग   

ग्रेटर नोएडा : कोरोना महामारी एवं लॉकडाउन के चलते पैदा हुए हालात के बीच आज ज्यादातर अभिभावक निजी स्कूलों की मोटी फीस भरने की स्थिति में नहीं हैं। स्कूल फीस में छूट को लेकर अभिभावकों द्वारा आंदोलन चलाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर चल रहे आंदोलन में अब तक लाखों लोग ट्वीट के माध्यम से सरकार व प्रशासन तक अपनी बात पहुंचा चुके हैं, हालांकि इस मुद्दे पर अभी तक कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिली है। शनिवार को जीएनजी पेरेंट्स एसोसिएशन के अनिल पुंडीर, योगेश भगौर, प्रकाश कोटिया, रजनीश पांडेय, चनजीत सिंह व गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन से विवेक त्यागी आदि पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी सुहास एल.वाई. से मिला। पेरेंट्स एसोसिएशन के हेमचंद तिवारी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि कोरोना महामारी व लॉकडाउन के चलते निजी कंपनियों द्वारा बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया है एवं वेतन में भी कटौती की गई है, जिसके कारण मध्यम वर्गीय परिवारों को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे वक्त में यदि स्कूल फीस में बढ़ोतरी एवं स्कूल फीस के नाम पर अन्य तरह के शुल्क स्कूलों द्वारा लिए गए तो काफी कठिनाइयों का सामना अभिभावकों को करना पड़ सकता है। पेरेंट्स एसोसिएशन की बात सुन जिलाधिकारी ने उन्हें आासन दिया है कि ऐसे कठिन समय में अभिभावकों द्वारा स्कूल फीस में की जा रही रियायत की मांग को लेकर वे निरंतर प्रयास करते रहेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि फीस के मुद्दे पर उनके द्वारा मुख्य सचिव व अपर मुख्य सचिव को पहले ही पत्र भेजकर फीस में रियायत के लिए निवेदन किया गया है। इस दौरान पेरेंट्स एसोसिएशन ने स्कूल फीस अधिनियम 2018 के दिशा निर्देशों के विपरीत स्कूलों द्वारा स्कूल में किताब, यूनिफार्म बेचने व ट्यूशन फीस के अलावा तरह-तरह की फीस लेने व कम्पोजिट फीस के नाम पर ज्यादा फीस वसूलने के बारे में भी बात की। बताया जाता है कि इस पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को तुरंत फोन कर आदेश दिया कि अगर स्कूल पूर्व में दिए शासनादेशों का पालन नहीं करते हैं,तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी के सकारात्मक रुख से अभिभावक संतुष्ट दिखे। जीएनजी पेरेंट्स एसोसिएशन के अनिल पुंडीर का कहना है कि कई सालों से स्कूलों की मनमानी चलती रही है। स्कूलों की मनमानी के खिलाफ आंदोलन चलता रहेगा।