ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने अब स्मार्ट मीटर से पानी के बिल वसूलने की तैयारियां शुरू कर दी है। इसके लिए प्राधिकरण अलग से कंपनी का चयन करेगा। यह कंपनी ही घरों, सोसायटियों, कॉलेजों व कंपनियों आदि में अपने मीटर लगाएगी और रखरखाव व बिल वसूलने का काम करेगी। प्राधिकरण ने इसके लिए आगामी दस दिसंबर तक कंपनियों से प्रस्ताव मांगे हैं। बता दें कि अभी शहर में प्लॉट के साइज के हिसाब से पानी के बिल वसूले जा रहे हैं। बड़ी संख्या में शहरवासियों के पानी के बिल पेंडिंग हैं। ऐसे में निजी कंपनी खुद पानी के बिल वसूलेगी। बिल जमा न होने पर बिजली की तरह कनेक्शन काटे जा सकेंगे।
स्मार्ट मीटर लगाने से शहर के करीब 17 हजार आवंटियों पर असर पड़ेगा। 10 दिसंबर तक कंपनियां अपने प्रस्ताव दे सकेंगी। दो माह में स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी का चयन होने की उम्मीद है। यह कंपनी ही स्मार्ट मीटर का संचालन, प्रबंधन और रखरखाव का काम करेगी। लोगों से बिल भी ये कंपनी ही वसूल सकेगी। हालांकि पानी की दरें प्राधिकरण तय करेगा। अभी शहर के आवासीय सेक्टरों में 60 वर्ग मीटर तक के प्लॉट के आवंटियों से 118 रुपये प्रति माह पानी का मूल्य वसूला जाता है। ग्रुप हाउसिंग और बिल्डरों की सोसायटियों के लिए बिल की दरें 17 हजार 540 रुपये से शुरू होती हैं। शहर में स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी पहले भी की गई थी। दो साल पहले भी प्राधिकरण ने खुद ये मीटर लगाने की योजना बनाई, लेकिन यह परवान नहीं चढ़ सकी। इससे पहले वर्ष 2008 में भी मीटर खरीदे गए थे, लेकिन उन्हें लगाया नहीं जा सका। ये मीटर एक कमरे में बंद पड़े हैं।