gims greater noida

ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्धनगर जनपद के ग्रेटर नोएडा स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में ट्रामा सेंटर बनाने को लेकर शासन ने मंजूरी दे दी है। ट्रामा सेंटर की सुविधा होने से मरीजों को उच्च गुणवत्ता का उपचार मिल सकेगा। सरकारी अस्पतालों में ट्रामा सेंटर न होने से लोगों को मजबूरन सुपर स्पेशलिटी निजी अस्पतालों में जाना पड़ता है। आने वाले दिनों में जिम्स में यह सुविधा मिलने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। प्रदेश के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बुधवार देर शाम को राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान की चतुर्थ शासी निकाय की ऑनलाइन बैठक में यह जानकारी दी गई। मुख्य सचिव ने मरीजों की और बेहतर देखभाल किए जाने के निर्देश दिए। कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज करने में जिम्स का रिकॉर्ड अब तक काफी अच्छा रहा है। ऑनलाइन बैठक में जिम्स में ट्रामा सेंटर की सौगात देने के साथ संस्थान में अस्पताल प्रबंधन विभाग खोलने तथा गुणवत्तापूर्ण उपचार एवं सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने के लिए अस्पताल को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की मान्यता लेने की मंजूरी भी दी गई। संस्थान के निदेशक के अनुरोध पर संस्थान में सुपर स्पेशलिटी विशेषज्ञों को बतौर विजिटिंग फैकल्टी बुलाने पर सहमति दी गई,जिससे छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ गंभीर मरीजों को उपचार में विशेषज्ञों का लाभ मिलेगा। संस्थान में मरीजों की और बेहतर देखभाल व उपचार हेतु सीनियर रेजीडेंट के अतिरिक्त पद सृजित किए जाने के निर्देश दिए गए। ऑनलाइन बैठक में पैरा मेडिकल छात्रों हेतु इंटर्नशिप व एनएचएम संबंधी प्रशिक्षण केंद्र के रूप में सहमति बनी। संस्थान में चल रहे कोविड संबंधी व अन्य शोध कायरे को देखते हुए यहां मेडिकल रिसर्च यूनिट बनाए जाने की सहमति बनी। बैठक में मुख्य सचिव ने संस्थान में क्रय किए गए उपकरणों की जानकारी ली और आवंटित बजट का पूरा उपयोग करने का निर्देश दिया। बैठक में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग डॉ.रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव वित्त, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण डॉ.केके गुप्ता, ग्रेनो प्राधिकरण के सीईओ व कोविड-19 प्रभारी नरेंद्र भूषण आदि अधिकारी शामिल हुए।