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नई दिल्ली : इस वर्ष के राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए खिलाडियों के नामों सिफारिश कर दी गई है। खेल मंत्रालय की 12 सदस्यीय चयन समिति ने मंगलवार को इस साल के राजीव गांधी खेल रत्न के लिए टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर रोहित शर्मा, महिला पहलवान विनेश फोगाट, महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, हाई जंपर मरियप्पन थंगवेलु और महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा सहित 5 खिलाडियों के नाम की सिफारिश की है। इसके अलावा भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा, पुरुष रिकर्व तीरंदाज अतनु दास, महिला हॉकी खिलाड़ी दीपिका ठाकुर, कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा तथा टेनिस खिलाड़ी दिविज शरण सहित कुल 29 खिलाड़ियों के नाम की शिफारिश अर्जुन पुरस्कार के लिए की गई है। इस पर अंतिम फैसला खेल मंत्री किरेन रीजीजू को करना है। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार खेल दिवस (महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस) पर 29 अगस्त को दिये जाते हैं।

वनडे टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा खेल रत्न पाने वाले केवल चौथे क्रिकेटर होंगे। उनसे पहले क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी और वर्तमान कप्तान विराट कोहली यह सम्मान हासिल कर चुके हैं। तेंदुलकर पहले भारतीय क्रिकेटर थे जिन्हें 1998 में खेल रत्न पुरस्कार दिया गया था। धोनी को 2007 और कोहली को 2018 में भारोत्तोलक मीराबाई चानू के साथ यह पुरस्कार मिला था। देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार खेल रत्न के लिए एक जनवरी 2019 से 31 दिसम्बर 2019 की उपलब्धियों पर विचार किया गया। 33 वर्षीय हिटमैंन रोहित शर्मा ने 2019 में करिश्माई प्रदर्शन किया था। उन्होंने 2019 में 28 वनडे मैचों में सबसे अधिक 1490 रन बनाए थे। इस दौरान सबसे अधिक 7 शतक और 6 अर्धशतक भी ठोके थे। टेस्ट की बात करें तो रोहित ने 5 मैच खेलते हुए लगभग 93 की औसत से 556 रन बनाए थे, जिसमें 3 शतक शामिल थे।

उत्तराखंड के स्टार शूटर ओलंपियन जसपाल राणा को द्रोणाचार्य पुरस्कार

मशहूर निशानेबाज और जूनियर भारतीय पिस्टल टीम के मुख्य कोच जसपाल राणा को इस साल का द्रोणाचार्य अवॉर्ड दिया जाएगा। भारत के स्टार शूटर एवं ओलंपियन जसपाल राणा इससे पहले अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुके हैं। पिछली बार भी उनका नाम द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए भेजा गया था, लेकिन उन्हें पुरस्कार नहीं मिल पाया। इसके चलते काफी विवाद भी हुआ था। इसबार उनका नाम दोबारा भेजे जाने पर उनके परिजन बेहद खुश हैं।

उत्तराखंड, देहरादून के रहने वाले जसपाल राणा ने निशानेबाजी में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए हैं। साल 1994 में 18 साल की उम्र से ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने का सिलसिला शुरू कर दिया था। एशियन गेम्स में जसपाल राणा ने भारत को निशानेबाजी में स्वर्ण पदक दिलाकर देश का नाम रोशन किया था। यही नहीं जसपाल राणा ने साल 1995 में इटली के मिलान शहर में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ गेम्स की शूटिंग स्पर्धा में आठ गोल्ड जीतकर नया रिकॉर्ड बनाया था।