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नई दिल्ली: पिछले 7 दिनों से जिंदगी और मौत से जूझ रही उत्तराखंड के पौड़ी की निर्भया आज 8वें जिंदगी की जंग हार गई। सिरफिरे युवक द्वारा जिन्दा जलाई गई पौड़ी की छात्रा ने रविवार को करीब 11 बजे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद मृतक छात्रा के शव को उनके पैत्रिक गाँव ले जाया गया है। सोमवार को पौड़ी के निकट ज्वाल्पा स्थित नयार नदी के किनारे उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। छात्रा के निधन की खबर के बाद दिल्ली/एनसीआर सहित पूरे उत्तराखण्ड में शोक की लहर है। वहीँ लोगों में छात्रा को जिन्दा जलाने वाले वहशी दरिन्दे के प्रति जबरदस्त गुस्सा है, लोगों कस कहना है कि ऐसे वहशी दरिन्दे को जल्द से जल्द फांसी की सजा मिलनी चाहिए।

बतादें कि 16 दिसम्बर रविवार को गढ़वाल विश्वविद्यालय के पौड़ी कैम्पस में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा को प्रेम में अंधे एक सिरफिरे ने पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में पीड़ित छात्रा 70 प्रतिशत जल गई। छात्रा को गंभीर हालत में जिला अस्पताल पहुँचाया गया। जहाँ से उसे पहले मेडिकल कॉलेज श्रीनगर और उसके बाद एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया था। तभी से छात्रा का उपचार एम्स ऋषिकेश में चल रहा था। उसके बाद छात्रा को बेहतर इलाज के लिये एम्स ऋषिकेश के दो चिकित्सकों के साथ एयर एंबुलेंस द्वारा दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेजा गया। जहाँ रविवार को करीब 11 बजे छात्रा ने दम तोड़ दिया।

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