Seven Years of Devbhoomi Medical Service

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नई दिल्ली स्थित अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसाइटी द्वारा आयोजित देवभूमिः चिकित्सा सेवा के सात वर्ष कार्यक्रम में  प्रतिभाग किया।  कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि यह मिशन लगातार सात वर्ष से उत्तराखण्ड के  विषम भौगोलिक परिस्थिति में स्थित केदारनाथ, बदीरनाथ यमुनोत्री तथा अन्य दूरस्थ जगहो मे अपनी चिकित्सा सेवाऐं उपलब्ध करा रहा है, जोकि अतुल्यनीय है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन साल पहले राज्य में डॉक्टरों की संख्या 1087 थी वह अब बढकर 2100 हो गयी है।  टेलीरेडियोलाजी/टेलीमेडिसिन सुविधा शुरू की गयी है। उत्तराखण्ड चमोली जिले में स्थित घेसगाव को नई दिल्ली स्थित अपोलो हास्पिटल से जोडा गया है। उन्होने कहा कि चिकित्सको के लिये निःशुल्क हास्टल एवं यात्रा सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि  देहरादून से गौचर तक हैली सेवा प्रारंभ की गई है। अब देहरादून से गौचर 40 मिनट तक पहुचा जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मिशन द्वारा स्वर्गीय डा0 नित्यानन्द जी का सपना पूर्ण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस अवसर पर पुस्तक “देवभूमिः चिकित्सा सेवा के सात वर्ष” का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने स्वामी विवेकानन्ंद हेल्थ मिशन में  सराहनीय योगदान के लिये एम्स. ऋषिकेश को पुरस्कृत किया।

ज्ञातव्य है कि स्वामी विवेकानन्द हेल्थ मिशन सोसाइटी की स्थापना का उद्देश्य उत्तराखण्ड राज्य के चारों धाम में आनेवाले तीर्थयात्रियों एवं स्थानीय निवासियों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है।  वर्ष 2012 में प्रथम केन्द्र धर्मावाला, देहरादून में स्थापित किया गया है। तत्पश्चात् गंगोत्री धाम मार्ग में स्थित मनेरी, केदारनाथ धाम मार्ग में स्थित नारायण कोटी, यमुनोत्री धाम मार्ग में स्थित बड़कोटी एवं बदरीनाथ धाम मार्ग में स्थित पीपलकोटी में क्रमानुसार स्वामी विवेकानंद धर्मार्थ हाॅस्पिटल आरंभ हुए है। इन केन्द्रों के माध्यम से वहाॅं के निवासियों एवं तीर्थयात्रियों को आधुनिक चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। इसी कड़ी में मिशन द्वारा वर्ष 2019 में बदरीनाथ धाम एवं केदारनाथ धाम में स्वामी विवेकानंद सेवार्थ हाॅस्पिटलों की स्थापना की गई है।

कार्यक्रम में  केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन, उत्तराखण्ड की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्या, परमपूज्य  विजय कोशल महाराज, परमपूज्य माता मंगलाजी सह-सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ डॉ. कृष्ण गोपाल, सह-सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सुरेश सोनी आदि उपस्थित थे।