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नई दिल्ली : आँचल पत्रिका और उत्तराखण्ड के वरिष्ठ पत्रकार दीप सिलोड़ी अपनी टीम के साथ एक मुहिम को चला रहे है जिसमे वह उत्तराखण्ड के कला, संस्कृति, रंगमंच व समाज से जुड़ी हस्तियों के जीवन सफर को बखूबी दर्शा रहे हैं. जिन कलाकारों को नया जमाना भूल सा गया हो, उनके जीवन के सफरनामे से, जीवन के संघर्षो से जीवन के उत्तार-चढ़ाओ से अपने कार्यक्रम एक मुलाकात शो के जरिये उत्तराखण्ड समाज सहित देशवासियो से रूबरू करा रहे हैं। जिससे उनके जीवन से लोग जागरूक हो सके और उनको मालूम हो सके कि इन हस्तियों ने अपनी पहचान बनाने के लिए कितनी कड़ी मेहनत की है और जब जाकर उनको यह मंजिलें मिली है. क्योंकि मंजिलें आसानी से नही मिलती उसके लिए कड़ा संघर्ष करना होता है तब जाकर कहीं मंजिले मिलती हैं। यही एक मुलाकात शो का भी कॉन्सेप्ट है।

उत्तराखण्ड सहित देशवासी भी जान सकें पहचान सकें उन कलाकारों को, जिन्होंने अपना पूरा जीवन कला, संस्कृति, रंगमंच व समाज के लिए अर्पित कर दिया। इसी सोच के साथ वरिष्ठ पत्रकार दीप सिलोड़ी ने यह मुहिम चलाई ओर समाज के साथ लोगो का भी उनको भरपूर सहयोग व आश्रीवाद मिल रहा है. लोग उनके इस कार्यक्रम को पसन्द कर रहे हैं। दर्शको की डिमांड निरन्तर उनको सोशल मीडिया के माध्यम से आती रहती है। फिलहाल एक मुलाकात शो के सफलतापूर्वक 23 एपिसोड हो चुके हैं और लोग इसे ख़ासा पसंद कर रहे हैं।

बता दें कि दीप सिलोड़ी के एक मुलाकात शो में अभी तक उत्तराखण्ड के वरिष्ठ कलाकारों में  मंगला रावत, जगदीश बाकरोला, सतेंद्र फ्रिंडियाल, कुसुम बिष्ट, सुनीता बेलवाल, शिवदत्त पंत, आशा नेगी, जनार्दन नॉटियाल, रज्जु बिष्ट, राकेश गुस्साई, गंगा ठाकुर, भोपाल सिंह रावत, गोपाल रावत, सुरेंद्र रावत सुरु भाई, फकीरा चन्द चिनियाल सहित रंगमंच कर्मी अजय बिष्ट, धनेश्वरी नैथानी, विलोचन प्रसाद, विजयलष्मी शर्मा एवम गौ कथा वाचक गोपाल मणि जी महाराज व गौ सेवक कमल किशोर भट्ट के साथ ही उन्होंने उत्तराखण्ड के वधयन्त्रो के कलाकारों का भी जीवन परिचय कराया है जिनमे प्रकाश आर्या, रमेश नयाल भी शामिल है। दीप सिलोड़ी का कहना है कि उनकी पूरी आँचल की टीम का प्रयास रहता है जमीन से जुड़े फनकारों व सामाजिक लोगो के जीवन से आम जनता को रूबरू करायें, जिससे समाज उनको पहचान सके जान सके और उनके कार्यो को देखते हुए उनके योगदान को देखते सरकारें, सामाजिक संस्थाये एवम सामाजिक लोग उनको वही मान सम्मान दे सकें, जिसके वह हकदार है। उत्तराखण्ड की संस्कृति, लोकगीतो, परम्पराओ व रीतिरिवाज़ों के साथ लोक संगीत को संजोए कर रखे हुए है हमारे कलाकार, हमे इनको नही भूलना चाहिए क्योंकि इनके द्वारा ही लोक संस्कृति, लोक कला आज भी जिंदा है। उम्मीद करते है अभी एक मुलाकात का यह सिलसिला निरन्तर चलता रहेगा और कई हस्तियों के साथ एक मुलाकात शो जनता को देखने को ऐसे ही मिलता रहेगा जैसे मिल रहा है।

हम कह सकते है कि उत्तराखण्ड के लिये यह एक मुलाकात शो के जरिये उत्तराखण्ड की हस्तियों के जीवनसफ़र को सरक्षंण किया जा रहा है जिससे जीवनभर के लिए वह उनका शो रिकॉर्ड हो गया है। आज की पीढ़ी व आनेवाली पीढ़ियों को भी देखने को मिल जाएगा व मालूम हो सकेगा कि उत्तराखण्ड संस्कृति, कला में इन हस्तियों का कितना योगदान रहा होगा। एक मुलाकात शो की पूरी टीम को बधाई व उम्मीद करते है वह उत्तराखण्ड समाज के लिए इसी तरह से अपनी सेवाएं देते रहेंगे।