Haridwar Kumbh Mela 2021

Haridwar Kumbh Mela 2021: हरिद्वार में लगने वाले कुंभ मेला 2021 के लिए उत्तराखंड सरकार ने SOP जारी कर दी है। इसके तहत आश्रम और धर्मशालाओं से लेकर परिवहन तक के लिए अलग-अलग निर्देश जारी किए गए हैं। राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी के मुताबिक कुंभ मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति अथवा यात्री को वेब पोर्टल पर पंजीकरण के बाद ही प्रवेश की अनुमति होगी। बाहरी राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्री पंजीकरण और आने से 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट के बाद ही आ सकेंगे। आश्रम, धर्मशाला, होटल, गेस्ट हाउस में ठहरने वाले प्रत्येक व्यक्ति को आगमन की तिथि से 72 घंटे पहले तक की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है। इसके बिना किसी भी यात्री की बुकिंग नहीं ली जाएगी और न उसे ठहराया जाएगा। सभी जगह प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही सैनिटाइजर की व्यवस्था की जाएगी। दुकानों व वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में भी थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाएगी। कुंभ में आने वाले यात्रियों के लिए मास्क अनिवार्य किया गया है। आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने के लिए भी श्रद्धालुओं व सैलानियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। यात्री रजिस्ट्रेशन के लिए www.haridwarkumbhmela2021.com पर आवेदन कर सकते हैं। हरिद्वार में कुंभ का आयोजन माघ पूर्णिमा पर 27 फरवरी से प्रस्तावित है। इसे देखते हुए सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं।

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग एसए मुरुगेशन ने मंगलवार को कुंभ मेले की गाइडलाइन जारी कर दी। उन्होंने आश्रम, धर्मशाला, वाहन पार्किंग स्थान, होटल व रेस्टोरेंट, हॉल्टिंग प्वाइंट, धार्मिक स्थल, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक परिवहन और बस स्टेशन के लिए अलग-अलग निर्देश जारी किए हैं। सभी में इस बात का सख्ती से लागू किया गया है कि अगर नियमों का पालन नहीं होगा तो सीधे तौर पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, महामारी रोग अधिनियम 1897 और आईपीसी की धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।

कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को आश्रम या धर्मशाला में केवल तभी प्रवेश मिलेगा, जबकि उनके एंट्री पास और हथेली के ऊपरी भाग पर अमिट स्याही से निशान लगा होगा। मंदिर में दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं के बीच दो गज की दूरी आवश्यक होगी।

उनके मोबाइल में आरोग्य सेतु एप होना भी अनिवार्य होगा। इसी प्रकार, अगर किसी बस में यात्रा कर रहे श्रद्धालु में कोरोना के लक्षण लगते हैं तो बस के  ड्राईवर की यह जिम्मेदारी होगी कि वह इसकी सूचना पुलिस या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र को दे। कुंभ में अगर कोई वाहन या तीर्थयात्री बिना पंजीकरण आएगा तो उसे किसी भी सूरत में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

शाही स्नान पर केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलेंगी

कुंभ मेले के दौरान भीड़ नियंत्रण को लेकर भी खास तवज्जो दी गई है। एसओपी में कहा गया है कि शाही स्नान की जो तिथियां अधिसूचित होंगी, उन पर हरिद्वार में बाजार बंद रहेंगे। केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें जैसे- डेयरी, भोजन, दवा, पूजन सामग्री व कंबल की दुकानें ही खुलेंगी।

स्नान के लिए 20 मिनट तक ही समय मिलेगा

पवित्र कुंभ स्नान के लिए केवल 20 मिनट का ही समय दिया जाएगा। मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की यह जिम्मेदारी होगी कि 20 मिनट का समय पूरा होते ही वह उस जत्थे को बाहर निकालें ताकि दूसरा जत्था स्नान कर सके। गंगा तट पर तैनात सभी सुरक्षाकर्मी पीपीई किट से लैस होंगे।

कोविड रिपोर्ट दिखाकर ही निकल पाएंगे स्टेशन से बाहर

रेल के माध्यम से कुंभ मेला आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए भी खास निर्देश जारी किए गए हैं। उनके पास कुंभ मेले का पंजीकरण होना जरूरी है। इसके अलावा 72 घंटे के भीतर की कोविड निगेटिव रिपोर्ट भी अनिवार्य है। अगर यह नहीं होंगे तो उन्हें रेलवे स्टेशन से बाहर नहीं आने दिया जाएगा। यही नियम बस स्टैंड पर भी लागू किया जाएगा।

हरिद्वार कुंभ मेला 2021 की विस्तृत एसओपी के लिए यहाँ क्लिक करें