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गैरसैंण : राज्यपाल बेबीरानी मौर्य के अभिभाषण के साथ आज से ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) विधानसभा में बजट सत्र शुरू हो गया। इसबीच चमोली जिले के गोपेश्वर में सड़क की मांग को लेकर गैरसैण (भराड़ीसैण) विधानसभा का घेराव करने जा रहे घाट क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणों और पुलिस के बीच जमकर बवाल हुआ। सोमवार सुबह करीब 9:30 बजे घाट व नंदप्रयाग क्षेत्र से बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी वाहनों में सवार होकर गैरसैंण के लिए रवाना हुए। इसबीच पुलिस ने उन्हें जंगलचट्टी बैरियर पर रोक दिया। जहाँ पुलिस के साथ आंदोलनकारियों की तीखी नोक-झोंक भी हुई। विधानसभा तक जाने पर अड़े ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। कुछ देर तक दोनों तरफ से काफी धक्का मुक्की हुई। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार की, लेकिन जब स्थिति नहीं संभली तो लाठीचार्ज किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की तरफ से पथराव भी किया गया। लाठीचार्ज व पथराव में 25 से अधिक आंदोलनकारी व पुलिस वाले घायल हुए हैं। वहीँ एक वाहन के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार की, लेकिन जब स्थिति नहीं संभली तो लाठीचार्ज किया गया। इसमें एक महिला समेत तीन लोग चोटिल हो गए।

नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण पिछले 86 दिनों से आंदोलनरत हैं। यह सड़क 1970 के दशक में बनी थी, लेकिन तब से चौड़ीकरण नहीं पाया। इस सड़क से 56 ग्राम पंचायतें जुड़ी है। तत्कालीन सीएम हरीश रावत ने सड़क के चौड़ीकरण की घोषणा की थी, लेकिन नहीं बन पाई। थराली उप चुनाव में जीत के बाद सीएम त्रिवेंद्र रावत जब घाट में धन्यवाद रैली में शामिल हुए थे तो उन्होंने ग्रामीणों की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा करने का ऐलान किया था, लेकिन इसके बाद भी सड़क का चौड़ीकरण नहीं हो पाया। इससे क्षेत्र के लोग आक्रोशित हैं।

सोमवार को क्षेत्र के सैकड़ों लोग गैरसैंण के पास एकत्र हुए और विधानसभा के लिए कूच किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गैरसैंण के पास जंगलचटटी बैरियर पर रोक दिया। इस पर दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक शुरू हो गई।