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रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में कई जिलों में  देर रात से ही बारिश शुरू हो गई है। जबकि रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि विकासखंड के सारी चमसिल गांव में बादल फटने की खबर है। हालांकि बादल फटने से अभी तक किसी जानमाल के नुक्सान की कोई खबर नहीं है. गांव के ऊपर जंगलों में अत्याधिक वर्षा और बादल फटने से गांव में तेजी से मबला आ गया, जिससे गांव में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। गनीमत रही कि घटना में कोई जनहानि व पशुहानि नहीं हुई है। सूचना के बाद प्रशासन नुकसान के आंकलन के लिए गांव में पहुंचा और प्रभावितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। गुरुवार सुबह विकासखण्ड अगस्त्यमुनि के राजस्व ग्राम सारी के चमसिल तोक के मण्डोली में बादल फटने से गांव में भय का माहौल पैदा गया। अचानक से तेज गर्जना के बाद भारी मलबा गांव के बीचोंबीच होते हुए निकला, जिसके बाद ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। ग्रामीण समझ नहीं पा रहे थे कि यह क्या हो रहा है। बादल फटने से गांव की पेयजल लाइन ध्वस्त हो गई, जबकि सणगू-सारी मोटरमार्ग 60 मीटर तक बह गयी है। सड़क के जगह-जगह पुश्ते भी ढह गये हैं।cloudburst-in-rudrprayag

बतादें कि मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था. उसके बाद से ही राजधानी देहरादून समेत गढ़वाल व कुमाऊं के कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई है। कल रात से हो रही लगातार बारिश से गढ़वाल में नदियों के जलस्तर बढ़ गया है। अलकनंदा नदी का जलस्तर 620.52 व मंदाकिनी का जल स्तर 619.36 मीटर तक पहुंच गया है।

रुद्रप्रयाग जनपद के सारी गांव में कल रात से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा है। भूस्खलन की वजह से ऊपर से गिरे मलबे की चपेट में गांव के कुछ खेत आ गए है। साथ ही गांव की पेयजल लाइन भी ध्वस्त हो गई। मलबा आते ही ग्रामीण घरों से निकलकर सुरक्षित स्थानों की तरफ भाग गए। हालांकि किसी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। सूचना पर जिला प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।