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पिथौरागढ़ : उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद के चंडाक क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर तेंदुए को आखिरकार मार दिया गया है। तेंदुए ने इस क्षेत्र में एक महिला को मौत के घाट उतारने के साथ ही कई लोगों को घायल किया था। जिसके बाद बीते 25 सितम्बर को इस तेंदुए को आदमखोर घोषित कर दिया गया था। शुक्रवार रात शिकारी जॉय हुकिल ने आदमखोर तेंदुए को पपदेव गांव के भीतर ही मार गिराया। आदमखोर तेंदुए के मारे जाने से ग्रामीणों ने राहत का सांस ली है।

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शिकारी जॉय हुकिल ने बताया कि आदमखोर की पहचान करना काफी कठिन था क्योंकि इस इलाके में काफी तेंदुए हैं। शिकारी जॉय हुकिल का यह 33वां शिकार था। मारे गए तेंदुए का पोस्टमाटर्म कराकर शव को जला दिया गया है। हालाँकि उत्तराखंड के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी कई आदमखोर तेंदुए घूम रहे हैं। अभी 2 दिन पहले ही बागेश्वर जनपद के एक गाँव में घर के आंगन में अपने भाई के साथ किताब पढ़ रही पांच साल की बच्ची को आदमखोर तेंदुआ उठा ले गया था। इससे 4 दिन पहले भी पौड़ी जिले के पाबो क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए ने एक 10 साल की मासूम बालिका को अपना निवाला बनाया था।

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