dr sushila tiwari hospital haldwani

Coronavirus (Covid-19) : उत्तराखंड के हल्द्वानी के स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में लम्बे समय से भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज आख़िरकार 36 दिन बाद स्वस्थ होकर घर लौट गया है। जिसके बाद वहाँ के डॉक्टरों ने राहत की साँस ली। बतादें हल्द्वानी के वनभूलपुरा का रहने वाला एक 35 वर्षीय युवक जमातियों के संपर्क में आया था। युवक को कोरोना संदिग्ध मानते हुए क्वारेंटाइन कर उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। जाँच में कोरोना पॉजिटिव आने पर युवक को बीते 8 अप्रैल को सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कर कर दिया गया और तभी से उसका उपचार चल रहा था। इस युवक के साथ चार अन्य लोग भी पॉजीटिव पाए गए थे। परन्तु वे सभी कुछ दिनों के भीतर ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके थे। पर इस युवक के शरीर में कोरोना वायरस खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था। डॉक्टरों के अनुसार इस युवक की  10 सैंपल जाँच रिपोर्ट पॉजीटिव आई। हैरानी की बात यह थी कि युवक के भीतर कोरोना वायरस से ग्रसित होने के कोई गंभीर लक्ष्ण नहीं दिखाई दे रहे थे परन्तु उसकी सैंपल जाँच रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही थी। हालाँकि डॉक्टरों का कहना था कि वह बाहरी रूप से पूरी तरह स्वस्थ लग रहा था पर शरीर के भीतर वायरस की मौजूदगी बनी हुई थी। आख़िरकार इस कोरोना संक्रमित मरीज की 11वीं सैंपल जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद बीते गुरुवार को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

इससे पहले देहरादून की भगत सिंह कॉलोनी का युवक 32 दिन बाद कोरोना मुक्त हुआ था। देश में कोरोना के मरीजों के सबसे देर में ठीक होने का रेकार्ड 45 दिनों का है। केरल में 70 साल के एक बुजुर्ग ने 45 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहते हुए कोरोना के खिलाफ यह जंग जीती थी।