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श्रीनगर गढ़वाल: राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित नशा उन्मूलन प्रभारी अखिलेश चन्द्र चमोला ने श्रीमती सरोज रावत प्रधानाध्यापिका की अध्यक्षता में मॉर्डन जूनियर हाई स्कूल श्रीनगर गढवाल में नशा उन्मूलन के सन्दर्भ में कार्य शाला आयोजित की। नशा उन्मूलन प्रभारी चमोला ने विद्यालय परिवार को कभी नशा न करने की शपथ दिलाते हुए कहा कि आज नशे के कारण सम्पूर्ण वातावरण दूषित हो चुका है। युवा पीढ़ी इस दूषित वातावरण की चपेट में आ चुकी है। जिस कारण से वह उचित अनुचित का निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। देश को आजाद कराने मे युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लेकिन आज नशे की बुरी लत से अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं। नशा जैसी आसुरी शक्ति को दूर भगाने के लिए प्रेरणा दायिनी साहित्य का अध्ययन करना जरूरी है। नशा व्यक्ति को पराधीन बना देता है। जिसके कारण उसे हर हमय सहारे की आवश्यकता रहती है। नशे की लत से व्यक्ति का सम्पूर्ण जीवन नष्ट हो जाता है।

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कार्यशाला की अध्यक्षता कर रही प्रधानाचार्य सरोज रावत ने कहा कि भावी पीढ़ी का मार्ग दर्शन करने हेतु शिक्षक चमोला आदर्श महापुरुषों का उदाहरण देते हुए बडी सहजता से उनमे संस्कारों के बीज रोपित करने कार्य कर रहे हैं। शिक्षक चमोला का यह सराहनीय प्रयास है। इस तरह की कार्य शालाओ से ही नशा रूपी कीड़े को समाप्त किया जा सकता है। नशे से दूर रह कर ही छात्र अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर नशा उन्मूलन प्रभारी अखिलेश चन्द्र चमोला ने कार्य शाला मे भाषण देने वाले छात्रों को मेंडल देकर सम्मानित किया। शिक्षक चमोला ने बच्चों को कभी नशा न करने की प्रतिज्ञा भी दिलाई गई। इस मौके पर श्रीमती मीना भन्डारी, पूनम मैठाणी, कान्ता, बबिता भट्ट, रोशनी भट्ट, अनीता पंवार, हरेन्द्र कुमार आदि ने भी अपने विचार रखे।