Uttarakhand Mahakauthig Noida: नोएडा स्टेडियम में चल रहे 5 दिवसीय उत्तराखंड महाकौथिग के दूसरे दिन की शाम उत्तराखंड फोक म्यूजिक अवार्ड (उफमा) के नाम रही। उफमा अवार्ड के अंतर्गत महाकौथिग की जूरी टीम द्वारा उत्तराखंड म्यूजिक इन्डस्ट्री से जुड़े लोक कलाकारों को उनके वर्ष 2022 के गीत/संगीत की विभिन्न कैटेगरी के तहत नॉमिनेटेड करने के बाद विजेता घोषित करते हुए अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। जिसमे बेस्ट प्लेबैक सिंगर का उफमा अवार्ड उत्तराखंड म्यूजिक इन्डस्ट्री की शान एवं सुप्रसिद्ध लोक गायक गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी को भेंट किया गया।
ये रहे आज के उफमा अवार्ड विजेता
- बेस्ट डीओपी (cinematographers) गोविंद नेगी (सर स्याळी रामदेई गाने के लिए)
- बेस्ट डायरेक्टर-अबु रावत व सोहन चौहान (क्रीम पोडरा गाने के लिए)
- बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर- विनोद चौहान (सर स्याळी रामदेई)
- बेस्ट सॉंग (क्रीम पोडरा, राकेश खरनवाल)
- बेस्ट फीमेल सिंगर मीना राणा (बलमा गीत के लिए )
- बेस्ट प्लेबैक सिंगर गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी(सर स्याळी रामदेई के लिए)
सर स्याळी रामदेई के लिए बेस्ट सिंगर का अवार्ड मिलने पर गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि बेस्ट सिंगर का अवार्ड अब नए कलाकारों को मिलना चाहिए जिससे कि उनका हौसला बढ़ेगा और वे अपनी लोक संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने आज के युवा गायकों को अपना लम्बा तजुर्बा साझा करते हुए कहा कि आज मुझे जो इतने दर्शकों का साथ मिल रहा है। वह सिर्फ इसलिए है कि मैंने अपने गीतों में हमेशा लोक को शामिल रखा, कभी भी लोक से हटकर नहीं गाया। आप स्लो म्यूजिक, फ़ास्ट म्यूजिक कुछ भी गाओ, नए नए प्रयोग करो लेकिन अपने गीतों में लोक को पकड़ कर चलों, जिस दिन आपने लोक को छोड़ दिया उस दिन से ये दर्शकों की भीड़ आपको नहीं सुनेगी।
इस मौके पर उत्तराखंड के बहुत पुराने लोक गायक देवराज रंगीला ने अपना एक बहुत लोकप्रिय गीत दिब्ता इगासर दिब्ता दैणू ह्वेई जै, द्वी गति बैसाख त्यारू मेला उरी गे… सुनाकर दर्शकों को मत्रमुग्ध कर दिया।
इससे पहले आज की मुख्य अतिथि मिस इंडिया एवं मिस एशिया पैसिफिक वर्ल्ड एवं मिस उत्तराखंड रह चुकी अनुकृति गुसाईं रावत ने उत्तराखंड फोक म्यूजिक अवार्ड (उफमा) की शुरुआत करते हुए विजेताओं को सम्मानित किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि अनुकृति गुसाईं रावत ने हजारों की संख्या में महाकौथिग में पहुंचे प्रवासी उत्तराखंडी दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपनी बोली भाषा और अपने उत्तराखंडी होने पर हमेशा गर्व महसूस करने चाहिए। इस मौके पर अनुकृति गुसाईं रावत गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी जी का बहुत पुराना लोक गीत घुगूती घुरौण लगी मेरा मैता की बौडी…..गाकर दर्शकों को मन्त्र मुग्ध कर दिया। इस दौरान एंकर दामिनी जुयाल ने अपनी दिलकश आवाज में शानदार मंच संचालन किया।
इससे पहले आज सुबह के सत्र में महाकौथिग टीम द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर मेले के दूसरे दिन का विधिवत उद्घाटन किया गया। उसके बाद अन्तर विद्यालय एवं अन्तर समुह उत्तराखंड लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जिसमें अन्तर विद्यालय लोक नृत्य प्रतियोगिता मे उत्तराखंड पब्लिक स्कूल प्रथम तथा धर्म पब्लिक स्कूल दूसरे स्थान पर रहे। वहीं अन्तर समुह प्रतियोगिता मे पर्वतीय कला संगम दिल्ली को प्रथम, भूम्याल विकास मंच को दूसरा तथा ज़ोनसारी ग्रूप को तीसरा स्थान हासिल हुआ।
इस अवसर पर मुख्य संयोजक राजेंद्र चौहान, स्वर कोकिला कल्पना चौहान, संरक्षक उपेंद्र पोखरियाल, वरिष्ठ सलाहकार आदित्य घिल्डियाल अध्यक्ष सौरभ धस्माना, संरक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरीश असवाल, उपाध्यक्ष हरेंद्र शर्मा, वरिष्ट सलाहकार राजेन्द्र रावत, मीडिया प्रभारी रजनी जोशी,कोषाध्यक्ष सुबोध थपलियाल, महासचिव इंदिरा चौधरी, राखी धनाई,संस्कृति सचिव रेखा चौहान, अनिल राणा, सुनीता ध्यानी, दिवान सिंह,चंदन गुसाई, एसपी चमोली, हेमंत जोशी, अनिल राणा आदि उपस्थित रहे।