श्रीनगर गढ़वाल: राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित आदर्श शिक्षक स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी (पूर्व प्रधानाचार्य रा.उ.मा.वि. मंजाकोट, चौरास, टिहरी गढ़वाल) की जयन्ती के उपलक्ष्य में ‘आखर ट्रस्ट’ द्वारा अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन, श्रीनगर गढ़वाल में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी व्याख्यानमाला एवं आखर विज्ञान शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर विज्ञान-गणित शिक्षण के क्षेत्र में नवाचार एवं उल्लेखनीय योगदान तथा विगत 10 वर्षों से अपने विषय में शत -प्रतिशत परीक्षाफल देने पर सुभाष जनता इंटर कॉलेज थौलधार (टिहरी गढ़वाल) के शिक्षक राजेश चमोली को शवदर्शन सिंह नेगी स्मृति आखर विज्ञान शिक्षक सम्मान-2023 से सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप सम्मानित शिक्षक को अंगवस्त्र, मान पत्र, विशेष आखर स्मृति चिह्न एवं पाँच हजार एक सौ (5100/-) रुपए की धनराशि भेंट की गई। वर्ष 2021 में ‘आखर ट्रस्ट’ द्वारा स्व.शिवदर्शन सिंह नेगी की जयन्ती के अवसर पर उनकी स्मृति में ‘शिवदर्शन सिंह नेगी स्मृति आखर विज्ञान शिक्षक सम्मान’ की शुरुआत की गई थी।
कार्यक्रम की शुरुआत मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन, स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी के चित्र पर माल्यार्पण/पुष्पांजलि अर्पण एवं पॉलिटेक्निक की छात्राओं कु. अंजलि, कु. सलोनी, कु. कामनी द्वारा गढ़वाली सरस्वती वंदना की प्रस्तुति से हुई।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के गणित विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. डीएस नेगी, अति विशिष्ट अतिथि अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के डॉ. प्रदीप अंथवाल, विशिष्ट अतिथि पौड़ी जनपद राजकीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष बलराज सिंह गुसाईं, ‘विज्ञान-गणित गीतिका’ पुस्तक समीक्षक डॉ. हर्षिमणि पाण्डेय, स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी के परिवारिक सदस्यों, श्रीनगर क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों तथा शिक्षकों की गरिमामयी उपस्थिति में यह कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ।
मुख्य अथिति प्रोफेसर प्रोफेसर डी.एस.नेगी ने आखर ट्रस्ट की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि- इस प्रकार के वैचारिक आयोजन करने बहुत आवश्यक हैं और स्व. नेगी जिन्होंने समाज एवं शैक्षिक जगत में अपना चिरस्मरणीय योगदान दिया है, उनको एवं उनके कार्यों को सामने लाना एवं आगे ले जाना बहुत आवश्यक है।स्व. नेगी जी शिक्षा को समर्पित एक नावाचारी शिक्षक थे।
आखर ट्रस्ट के अध्यक्ष संदीप रावत ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अथितियों का स्वागत करते हुए स्व. नेगी के साथ के अनुभव साझा करते हुए कहा कि – ‘स्व. नेगी जी मेरे गुरु एवं मार्गदर्शक थे। उन्होंने मुझे सदैव कुछ न कुछ नया करने हेतु प्रेरित किया। स्व. नेगी जी की जयंती के उपलक्ष्य में यह तृतीय कार्यक्रम है।’
इस मौके पर शिक्षक डॉ. हर्षमणि पाण्डेय ने स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी द्वारा रचित ‘विज्ञान-गणित गीतिका ‘ पुस्तक की समीक्षा करते हुए कहा कि -‘इस पुस्तक में स्व. नेगी ने विज्ञान और गणित के सिद्धांतों को पहेली, गीत, संवाद और कहानी के माध्यम से बहुत रोचक एवं व्यावहारिक ढंग से समझाया है।’
सम्मानित होने वाले शिक्षक राजेश चमोली ने कहा कि -‘यह सम्मान मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी जी एक ऐसी महान विभूति हुए हैं जिनका व्यक्तित्व हम सभी शिक्षकों एवं समाज के लिए प्रेरणादाई था।शिक्षा जगत में उनके अवदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता । ‘ स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी के परिवार से आदित्य पटवाल ने स्व. नेगी जी के जीवन से जुड़े कुछ अनछुए पहलुओं को सबके सम्मुख रखा।
कार्यक्रम का संचालन हे.न.ब. गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के डॉ. नीतेश बौंठियाल ने किया। ट्रस्टी दीवान सिंह मेवाड़ ने स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी जी का व्यक्तित्व, उनके द्वारा शिक्षा जगत और समाज में दिए योगदान को सबके सम्मुख रखा। अमन ममगाईं ने सम्मानित होने वाले शिक्षक राजेश चमोली जी का परिचय एवं उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को सबके सम्मुख रखा।
कार्यक्रम एवं सम्मान समरोह में ट्रस्टी रेखा चमोली, लक्ष्मी रावत (संस्थापक -आखर ट्रस्ट ), ट्रस्टी दीवान सिंह मेवाड़, प्रसिद्ध समाज सेवी एवं आंदोलनकारी अनिल स्वामी, कु. श्वेता पंवार, साक्षी रावत, चित्रकार हिमांशु, रीजनल रिपोर्टर की संपादक गंगा असनोड़ा थपलियाल, स्नेहा पटवाल, अंजना घिल्डियाल, भूपेंद्र सिंह नेगी, स्व. नेगी के परिवार से आदित्य पटवाल, नन्द किशोर नैथानी, शिक्षक अमन ममगाईं, कवयित्री एवं शिक्षिका राधा मैंदोली, शिक्षिका उमा चौहान, शिक्षिका अंजू शाह, शिक्षक डॉ. हर्षमणि पाण्डेय, अवकाश प्राप्त शिक्षिका बीना मेहरा, शिक्षक डॉ. अशोक बडोनी, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मनीष चमोली, शिक्षक संतोष पोखररियाल, शिक्षक महेंद्र सिंह नेगी, अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन से नरेश सहित कई अन्य शिक्षक मौजूद रहे।