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ग्रेटर नोएडा: प्रदेश के तकनीकी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को उद्योगों की जरूरत के हिसाब से तैयार किया जा सके, ताकि उन्हें आसानी से रोजगार मिल सके। इस दिशा में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने प्रयास करना शुरु कर दिया है। उद्योगों की जरूरत के आधार पर कोर्स होंगे और विद्यार्थी उन्हें चुने सकेंगे। शिक्षण संस्थान भी इस पर जोर दे रहे हैं। शहर के नॉलेज पार्क स्थित एनआईईटी कॉलेज ने सबसे आगे बढ़ते हुए देश में पहली बार इंडस्ट्री 4.0 आधारित लैब स्थापित की है। एनआईईटी ने अपने कॉलेज में 26 करोड़ के निवेश से इंडस्ट्री 4.0 आधारित 11 पीटीसी प्रयोगशालायें शुरू कर दी है। बुधवार को एकेटीयू के वाइस चांसलर डॉ. प्रोफेसर विनय पाठक ने लैब का उद्घाटन किया। इस दौरान वर्ष 2018 तथा 2019 बैच के 1750 विद्यार्थियों को ऑफर लेटर दिए गए। ऑफर लेटर पाकर विद्यार्थियों के चेहरे खिल उठे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए वाइस चांसलर ने बताया कि चीन में प्रत्येक कॉलेज से उद्योग जुड़े हुए हैं। हमें भी इस पर जोर देने की जरूरत है। एनआईईटी कालेज ने देश में पहली बार इंडस्ट्री 4.0 लैब स्थापित कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इससे विद्यार्थियों को सबसे आधुनिक प्रोग्राम पर कार्य करने का मौका मिलेगा और कम्पनियां ऐसे विद्यार्थियों को तरजीह देंगी। इंडस्ट्री 4.0 आधारित 11 पीटीसी प्रयोगशालाओं समेत कुल 18 प्रयोगशालाओं को तैयार करने में 26 करोड़ रूपये का खर्च आया है। वाइस चांसलर का कहना है कि एनआईईटी ने इस तरह की लैब स्थापित कर सभी संस्थानों को अच्छी राह दिखाई है। विवि के करिकुलम में भी बदलाव किए जा रहे हैं और इस तरह के कोर्स को प्राथमिकता दी जा रही है। इंडस्ट्री 4.0 लैब का दूसरे स्थानों के विद्यार्थी भी फायदा उठा सकते हैं। इस अवसर पर यूआइपाथ एकेडमिक एलाइंस के साथ पार्टनरशिप सर्टिफिकेट एक्सचेंज का भी आयोजन किया गया। संस्थान के उपाध्यक्ष रमन बत्रा ने बताया कि जल्द ही इलेक्ट्रिक कार निकालने वाली दुनिया की बड़ी कम्पनी के साथ करार किया जा रहा है। इस मौके पर लर्निग एंड डेवलपमेंट पीटीसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष स्पेंसर कटिंग, यूआइपाथ एकेडमिक एलाइंस के निदेशक राजेश नांबियार, एनआईईटी के एमडी डॉ.ओपी अग्रवाल, एएमडी डॉ.नीमा अग्रवाल सहित डायेक्टर, डीन व विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।