- कांग्रेस पार्टी के कुछ लोग ही करना चाह रहे हैं बदनाम – दीपक भाटी चोटीवाला
- टिकट न मिलने से हैं नाराज
ग्रेटर नोएडा : विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। ऐसे में आरोप प्रत्यारोप भी लगने शुरू हो गए हैं। दादरी विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दीपक भाटी चोटीवाला का नाम बिसरख गांव में स्थित कब्रिस्तान की जमीन से जोड़कर उछाला जा रहा है। मामला गरमाता देख कांग्रेस प्रत्याशी दीपक भाटी चोटीवाला और कब्रिस्तान की जमीन को लेकर पैरोकारी करने वाले गांव के अलीमुद्दीन उर्फ पप्पन ने रविवार को संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर अपना पक्ष रखा। दीपक भाटी चोटीवाला का कहना है कि गांव के हिंदू व मुस्लिम समाज के लोगों के बीच कब्रिस्तान की जमीन को लेकर कोई विवाद नहीं है। उनका कहना है कि पार्टी के ही कुछ लोग बाहरी लोगों के साथ मिलकर चुनाव के समय में उनके नाम को बदनाम करना चाह रहे हैं। पार्टी हाईकमान द्वारा युवा कार्यकर्ता को मौका दिए जाने से कुछ लोग नाराज हैं।
उन्होंने बताया कि गांव के खसरा नंबर-104 व 105 के कुछ हिस्से में ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा कब्रिस्तान की जमीन आवंटित की गई थी, लेकिन उस समय पजेशन नहीं दिया गया था। डूब क्षेत्र में स्थित उक्त दोनों खसरा नंबर में उनकी पुश्तैनी जमीन है। समस्या का समाधान निकालने के लिए दोनों पक्षों के लोगों ने मीटिंग कर बहुत पहले ही समझौता कर लिया है। अलीमुद्दीन उर्फ पप्पन ने बताया कि कब्रिस्तान के लिए आवंटित 12,236 मीटर जमीन पर चारदीवारी हो चुकी है। मौजूदा समय में कोई विवाद नहीं है। करीब डेढ़ साल पहले ही इस मामले का समाधान हो चुका है। चुनाव के समय में कुछ लोग कांग्रेस प्रत्याशी को बदनाम करना चाह रहे हैं।
बता दें कि बिसरख गांव के पुराने कब्रिस्तान की जमीन प्राधिकरण ने स्टेलर बिल्डर को आवंटित कर दी थी। इसके बाद प्राधिकरण ने खसरा नंबर-104 और खसरा नंबर-105 के कुछ आंशिक भाग में कब्रिस्तान के लिए जमीन आवंटित की है।