आज एक ऐसी ठग की कहानी बताने जा रहे हैं जो अपने शौक और रील बनाने के लिए माहिर है। चेहरे पर हाव-भाव और सूट-बूट से अच्छे-अच्छे पुलिस अधिकारी भी धोखा खा गए। आखिरकार यह ठग पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया। जम्मू कश्मीर का दौरा कर सुर्खियों में आने वाले इस ठग ने खुद को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का अधिकारी बताया। किरण पटेल ने जम्मू कश्मीर दौरे पर पहुंचने के बाद खुद को पीएमओ का अतिरिक्त निदेशक, रणनीति और अभियान बताया।

गुजराती व्यक्ति किरण पटेल पर फर्जीवाड़े का शक होने पर श्रीनगर में गिरफ्तार किया गया। गुरुवार को एक स्थानीय अदालत ने किरण पटेल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार दो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी गड़बड़ी और समय पर ढोंगी का पता लगाने में विफलता के लिए कार्रवाई शुरू की गई है।

बता दें कि खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में रणनीति और अभियानों का जिम्मा संभालने वाला एडिशनल डायरेक्टर बताने वाले पटेल को करीब 10 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी को पुलिस ने गोपनीय रखा। गुरुवार को मजिस्ट्रेट द्वारा न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद यह मामला सामने आया। यह स्पष्ट नहीं है कि उसकी गिरफ्तारी के दिन ही एफआईआर दर्ज की गई थी या वह दर्ज करने में कुछ देरी हुई थी। इस ठग ने घाटी में पहली यात्रा फरवरी में की थी। तब उसने हेल्थ रिसॉर्ट्स का दौरा किया था।

अर्धसैनिक बल और पुलिस की सुरक्षा के साथ उसके विभिन्न स्थानों की यात्राओं के कई वीडियो हैं। वह पैरामिलिट्री गार्डों के साथ बडगाम के दूधपथरी में बर्फ के बीच से गुजरता हुआ नजर आ रहा है। वह श्रीनगर में क्लॉक टॉवर लाल चौक के सामने फोटो खिंचवाते हुए भी नजर आ रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात पुलिस की एक टीम भी जांच में शामिल हो रही है।

बता दें कि किरण पटेल नाम के शख्स की ट्विटर बायो में इन्हें पीएचडी डिग्री धारक बताया गया है। ट्विटर की टाइमलाइन देखने पर पता लगता है कि इसने जम्मू कश्मीर दौरे के बारे में कई फोटो-वीडियो पोस्ट की हैं। इसमें एक वीडियो में उन्हें सुरक्षाबलों के साथ जम्मू कश्मीर की सड़कों पर घूमते देखा जा सकता है।