Himachal pradesh cm candidate

हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाने की तैयारी में जुटी कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर घमासान मच गया है। मुख्यमंत्री पद की रेस में पार्टी के 6 नेता दावा कर रहे हैं। राजधानी शिमला में पार्टी में ही रस्साकशी का माहौल है। थोड़ी देर बाद पार्टी की मीटिंग होने वाली है। इस बीच शुक्रवार दोपहर हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंही हुड्‌डा सरकार बनाने का दावा पेश करने राजभवन पहुंच गए। इस दौरान एक भी पार्टी का नेता उनके साथ में नहीं था। ‌

राजभवन में प्रदेश के नेताओं की गैरमौजूदगी पर प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने सफाई दी है। उन्होंने कहा- कांग्रेस पार्टी ने फिलहाल औपचारिक तौर पर गवर्नर के पास सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि तीनों नेताओं की गर्वनर से ये अनौपचारिक मुलाकात थी। वे राज्यपाल को सिर्फ बहुमत की जानकारी देने गए थे। वहीं दूसरी ओर सीएम पद के दूसरे सबसे तगड़े दावेदार पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू शाम साढ़े 4 बजे तक शिमला नहीं पहुंचे। 18 विधायक भी उनके साथ हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू का मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आ रहा है। शिमला स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में दोपहर 3 बजे विधायकों की बैठक बुलाई गई थी, जो अब 6 बजे कर दी गई है।

इससे पहले तीनों नेताओं ने दोपहर करीब 1 बजे हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मंडी की सांसद प्रतिभा सिंह से होटल में ही बैठक की। इसके बाद प्रतिभा सिंह सीधे अपने निजी आवास हॉली-लॉज चली गईं। दूसरी ओर कांग्रेस के सभी विधायक शिमला के अलग-अलग होटलों में जुटे हैं। वे अलग-अलग गुटों में मीटिंग कर रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकेश अग्निहोत्री ने हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर बड़ा बयान दिया है। शुक्रवार को सोलन पहुंचे मुकेश अग्निहोत्री ने कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने पर प्रदेश की जनता का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोई भी विधायक कांग्रेस का बाइक सवार नहीं है।

अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस के 40 के 40 विधायक कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे में बिकने का सवाल ही नहीं पैदा होता है। इधर, विधायक दल की मीटिंग में हो रही देरी से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जमा प्रतिभा सिंह के समर्थक नाराज हो गए हैं। हिमाचल विधानसभा चुनाव के गठबंधन में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है। बता दे कि हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने 40 सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि 25 पर बीजेपी को जीत मिली है। वहीं 3 सीट निर्दलीयों के फायदों में है।

1985 के बाद से हिमाचल में कोई भी पार्टी सरकार रिपीट नहीं कर पाई है, हर चुनाव के बाद हिमाचल में सत्ताधारी कांग्रेस और बीजेपी के पास आती रही है। लेकिन इस बार बीजेपी ने दावा किया था कि वो बंधन को तोड़ेंगे लेकिन कांग्रेस ने जीत हासिल कर इस संबंध को कायम रखा है।