Odisha Train Accident

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम को हुए भीषण ट्रेन हादसे में अब तक 261 यात्रियों की मौत हो चुकी है। वहीं, 900 से अधिक घायल हैं। हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं वह भयावह हैं। इसे भारत का चौथाओडिशा  सबसे बड़ा रेल हादसा बताया जा रहा है जिसमें अब तक 261 लोगों के मौत की सूचना है। इससे पहले भारत का सबसे बड़ा रेल हादसा 1981 में बिहार में हुआ था जब एक ट्रेन नदी में गिर गई थी और इस हादसे में करीब 800 लोगों की मौत हो गई थी।

बता दें कि ओडिशा के बालासोर में बहनागा बाजार स्टेशन पर शुक्रवार शाम करीब 7:20 बजे बहनागा बाजार स्टेशन पर पहले बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस और फिर उससे टकराकर कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियां पटरी से उतर गईं। इसके बाद एक मालगाड़ी भी उनसे टकरा गई। इस दिल दहला देने वाले हादसे में अब तक 261 यात्रियों की मौत हो चुकी है। वहीं, 900 से अधिक घायल हैं। फिलहाल, राहत एवं बचाव कार्य जारी है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), ओडिशा आपदा मोचन कार्य बल (ओडीआरएएफ) और दमकल सेवा अब भी डिब्बे को काटने और हताहतों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।’’

जानकारी के मुताबिक हावड़ा जा रही सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और दूसरी लाइन पर गिर गए। पटरी से उतरे ये डिब्बे उसी समय दूसरी लाइन पर चेन्नई जा रही शालीमार चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए। इससे दूसरी ट्रेन की बोगियां भी पलट गईं। चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हादसा किस वजह से हुआ, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि इसका संभावित कारण सिग्नल में गड़बड़ी होना है।

दक्षिण पूर्व रेलवे ने शनिवार को बताया कि ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार रात हुई ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 261 हो गई है, जबकि लगभग 900 लोग घायल हुए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार सुबह दुर्घटना स्थल का दौरा किया और घोषणा की कि विस्तृत उच्च स्तरीय जांच की जाएगी और रेल सुरक्षा आयुक्त द्वारा एक स्वतंत्र जांच की जाएगी।  उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे हुआ यह हादसा भारतीय रेल इतिहास का अब तक का चौथा सबसे भीषण हादसा है।

सीएम नवीन पटनायक ने की एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा

शुक्रवार को हुए रेल हादसे को लेकर सीएम नवीन पटनायक ने बड़ा ऐलान किया है। घोषणा के मुताबिक 3 जून को राज्य में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है।इसलिए पूरे राज्य में 3 जून को कोई उत्सव नहीं मनाया जाएगा। ओडिशा के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने इसकी जानकारी दी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने दुर्घटनास्थल का लिया जायजा

बालेश्वर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओडिशा गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुर्घटनास्थल का जायजा लिया। उनके साथ दो केंद्रीय मंत्री- धर्मेंद्र प्रधान और अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे। इसके बाद वे बालेश्वर सदर अस्पताल एवं कटक एससीबी मेडिकल कालेज का भी दौरा करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजे का ऐलान किया है।

हादसे के कारणों के जांच के आदेश

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णन ने कहा कि, ‘मैंने यह पता लगाने के लिए एक उच्च-स्तरीय जांच करने का आदेश दिया है कि यह दुर्घटना क्यों हुई। इसके मूल कारण तक पहुंचना महत्वपूर्ण है। उधर, अस्पतालों में भर्ती दुर्घटना के पीड़ितों के लिए दवाओं और व अन्य जरूरी सामग्रियों की आपूर्ति के संबंध में, सचिव शालिनी पंडित ने बताया, “सभी आवश्यक प्राथमिक उपचार सामग्री, दवाएं और IV तरल पदार्थ पर्याप्त स्टॉक में हैं”। इसके अलावा मयूरभंज जिले के गोदाम से कुछ अतिरिक्त स्टॉक बालेसोर के लिए तुरंत स्थानांतरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम हर स्थिति के लिए सतर्क हैं।

रेल मंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए दो-दो लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।

ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था!

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शनिवार को दुर्घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने कहा कि इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था। अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता। हमारे राज्य के जिन लोगों की इस हादसे में मृत्यु हुई है, उनके परिजनों को हम पांच-पांच लाख रुपए देंगे।