modi yogi

शंभू नाथ गौतम,

देर से आया लेकिन सब दुरुस्त करके आया। पांच घंटे अपने संसदीय क्षेत्र में प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को 1500 करोड़ रुपये से अधिक की ‘सौगात’ देकर यही संदेश दिया। ‘पीएम मोदी ने बनारस की धरती से एक तीर से कई निशाने साधे, धर्म के साथ ‘मिशन 22’ की सियासी जमीन भी तय कर गए’। आठ महीने बाद अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे पीएम मोदी ने ‘भोजपुरी बोली’ में संबोधन कर बनारसियों का ‘गुस्सा’ भी दूर कर दिया । ‘प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि बनारस का मिजाज ऐसा है कि जब कभी ये शहर मिलता है तो भरपूर रस एक साथ देता है’। मोदी काशी विश्वनाथ के दर्शन के साथ यूपी में अपने चुनाव अभियान का ‘श्रीगणेश’ भी कर गए। प्रधानमंत्री ने काशी में विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करके पूरे प्रदेश की जनता को लुभाने की कोशिश भी की। ‘इस दौरान कई मौकों पर पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर ‘पीठ’ थपथपाई और स्पष्ट संदेश भी दे दिया कि उत्तर प्रदेश में योगी की ‘अगुवाई’ में ही अगले साल विधानसभा चुनाव लड़े जाएंगेे’। ‘पीएम ने कहा कि आज यूपी में कानून का राज है, सीएम योगी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले भी दिल्ली से यूपी के लिए पैसा भेजा जाता था, लेकिन तब लखनऊ में उनमें रोड़ा लग जाता था। आज योगी जी कड़ी मेहनत कर रहे हैं, खुद सीएम योगी यहां पर आकर विकास कार्यों को देखते हैं’। इसके साथ प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना काल के दौरान योगी सरकार के प्रयासों की भी सराहना की। पीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश पूरे देश में कोरोना की सबसे ज्यादा टेस्टिंग करने वाला और पूरे देश में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन करने वाला राज्य भी है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर को यूपी ने बहुत अच्छी तरह से संभाला है। ‘शिलान्यास के दौरान पीछे चल रहे मुख्यमंत्री योगी को पीएम मोदी ने खुद ही कई बार आगे आने को कहा, सही मायने में प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में योगी को भी फ्रंट में खड़ा करना चाहते थे’। यहां हम आपको बता दें कि पहले अटकलें लगाई जा रही थी कि पीएम मोदी के काशी दौरे पर उनके करीबी और प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष एके शर्मा भी मौजूद रहेंगे, लेकिन आज शर्मा मोदी के करीब नजर नहींं आए। प्रधानमंत्री सीएम योगी पर ही पूरा ध्यान केंद्रित किए हुए थे। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी प्रधानमंत्री के साथ मौजूद रहीं।

कांग्रेस, सपा और बसपा ने शुरू की विधानसभा चुनाव की तैयारियां—

बता दें कि प्रधानमंत्री की काशी में तैयारियों को देखकर विपक्ष भी ‘एक्टिव मोड’ में आ गया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी कल शुक्रवार को यूपी पहुंच रहीं हैं। जहां वे महंगाई को लेकर भाजपा सरकार को घेरेंगी। प्रियंका के दौरे को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लखनऊ समेत कई शहरों में पार्टी के ‘पोस्टर-बैनर’ लगा दिए हैं। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी पिछले काफी समय से उत्तर प्रदेश की राजनीति को लेकर ‘सक्रिय’ हैं। वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश लेवल पर प्रदर्शन करने जा रहे हैं। सपा अपने धरना प्रदर्शन के दौरान हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव के दौरान अध्यक्ष और अन्य पदों पर धांधली, पुलिस बर्बरता के साथ महंगाई का मुद्दा जोर-शोर से उठाने जा रही है। बता दें कि ‘अखिलेश यादव ने पिछले दिनों योगी सरकार पर पंचायत चुनाव में पुलिस प्रशासन को लेकर निशाना साधा था और गड़बड़ी करने के आरोप लगाए थे’। दूसरी ओर बसपा की सुप्रीमो मायावती भी विधान सभा चुनाव को लेकर कई अहम बैठक करने जा रहीं हैं। इसके लिए पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने अपनी रणनीति बना ली है। प्रधानमंत्री मोदी काशी दौरा भाजपा समेत विपक्षी दलों के नेताओं को चुनावी ‘धार’ दे गया है। यह तो रही सियासत की बात अब आइए पीएम मोदी के आज वाराणसी में दी गई ‘सौगातों’ की बात कर ली जाए, जिसकी ‘गूंज’ जापान तक पहुंची।

भारत और जापान की दोस्ती की मिसाल है रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर—

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी दौरे में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उद्धाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि काशी तो साक्षात् शिव ही है। ‘विकास परियोजनाओं से काशी का श्रृंगार हो रहा है, तो ये श्रृंगार बिना रुद्राक्ष के कैसे पूरा हो सकता था। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब काशी ने रुद्राक्ष धारण कर लिया है, तो यहां का विकास और ज्यादा चमकेगा’ । पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे को नहीं भूल सकता। उन्होंने कहा कि आबे जब भारत आए थे तो मेरी रुद्राक्ष के निर्माण पर उनसे लंबी चर्चा हुई थी, उन्होंने तुरंत अपने अधिकारियों से इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम करने को कहा। जिसकी बदौलत आज ये भव्य इमारत काशी की शोभा बढ़ा रही है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जापान भारत का सबसे भरोसेमंद दोस्त है, जापान और भारत की सोच है कि विकास सबके लिए होना चाहिए। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज काशीवासियों के लिए महत्वपूर्ण दिन है। उन्होंने बताया कि साल 2015 में इसकी नींव रखी गई थी। इस मौके पर भारत में जापान के राजदूत भी मौजूद रहे। अब आपको बताते हैं रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर क्या है। ‘रुद्राक्ष’ नाम के इस कन्वेंशन सेंटर में अद्भुत और प्राचीन शहर बनारस की झलक दिखाई देगी । इस कन्वेंशन सेंटर में 108 रुद्राक्ष स्थापित किए गए हैं। इसकी छत शिवलिंग के आकार की है। रात में यह बिल्डिंग एलईडी लाइट से जगमगाएगी। 2.87 हेक्टेयर भूमि पर पॉश इलाके सिगरा में बने दो मंजिला कन्वेंशन सेंटर में एक बार में 1200 लोगों के बैठने की क्षमता है। यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों, प्रदर्शनियों, संगीत समारोहों आदि के आयोजन के लिए आदर्श है। इसमें एक आर्ट गैलरी भी बनाई गई है, जिसे काशी की कला, संस्कृति और संगीत को सजाया गया है।