UP International Trade Show 2023

UP International Trade Show 2023: ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट में गुरुवार को यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2023 का आगाज हो गया। यूपी सरकार एवं इंडिया एक्सपो मार्ट लिमिटेड द्वारा 21 से 25 सितम्बर तक आयोजित 5 दिवसीय यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2023 का उदघाटन देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुमरू द्वारा किया गया। उदघाटन समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल रहे। इस शो में प्रदेशभर से आए 2000 से ज्यादा एग्जिबिटर्स ने देश और दुनिया के उद्यमियों के सामने अपने उत्पाद प्रस्तुत किए।

आयोजन में ओडीओपी उत्पाद और पारंपरिक कला से जुड़े उत्पादों की खास धमक दिख रही है। मुरादाबाद की पीतल के बर्तनों पर की गई नक्काशी हो या बनारस के पारंपरिक लकड़ी के खिलौने, मेरठ की क्रिकेट गेंद हो या आजमगढ़ के मिट्टी के बर्तन, देश और दुनिया से आए कारोबारियों को लुभा रहे हैं।

पीतल के बर्तन पर नक्काशी के लिए प्रसिद्ध मुरादाबाद के खूब सिंह यादव का कहना है कि इस तरह के आयोजन से पारंपरिक कला का विकास होगा। उन्होंने बताया कि उनके पूरे परिवार का जीविकोपार्जन इसी कला के माध्यम से होता है। विधि से स्नातक करने के बाद भी पारंपरिक कला को ही आय का साधन बनाने वाले यादव ने कहा कि योगीजी के मुख्यमंत्री बनने के बाद से पारंपरिक कलाओं और कलाकारों को काफी प्रोत्साहन मिला है।

बनारसी लकड़ी के खिलौने का स्टॉल लगाने वाले रामेश्वर सिंह भी प्रदेश के पहले अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो के आयोजन से काफी प्रभावित दिखे। उन्होंने कहा कि पारंपरिक कला से जुड़े कारिगरों को काफी प्रोत्साहन मिला है। लकड़ी के खिलौनों को जीआई टैग मिलने के बाद से इसकी मांग देश ही नहीं दुनिया में भी काफी बढ़ गई है। इस कला से जुड़े लोगों के आय में भी करीब 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

काली मिट्टी के बर्तन बनाने की प्राचीन कला को सहेज रही आजमगढ़ की रीता प्रजापति ने बताया कि योगी सरकार पारंपरिक कलाओं को जीवित रखने और कलाकारों को आगे बढ़ाने के लिए कई बेहतर कदम उठा रही है। कोरोना जैसी भयंकर महामारी के मुश्किल दौर में भी सरकार ने उनके परिवार को इलक्ट्रॉनिक चाक और मिट्टी घोलने की मशीन दी थी। इस तरह के आयोजन से उन्हें अपनी कला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने का मौका मिल रहा है।

बिजनौर के कारोबारी मोहम्मद मतलूब कहते हैं कि पूर्व की सरकार की तुलना में योगी सरकार पारंपरिक कलाओं को आगे बढ़ाने पर अधिक ध्यान दे रही है। प्रदेश में पहली बार ऐसी सरकार आई है जो हम जैसे छोटे कारीगरों की मदद के लिए भी कई सारे कदम उठा रही है।