असहनीय गर्मी, लू के थपेड़े, वातावरण में घुटन भरी  गर्माहट, न घर में चैन और न ही बाहर। कई दिनों से उत्तर भारत में मौसम में सूखापन जैसे हालात हैं। सभी लोगों के जुबान पर बस एक ही सवाल कि ‘मानसून की बारिश कब होगी’? बारिश को लेकर सबसे अधिक सर्चिंग भी हो रही है। ‌भारतीय मौसम विभाग बार-बार अपनी भविष्यवाणी करके जानकारी अपडेट दे रहा है। इसके साथ मौसम की जानकारी देने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट मानसून को लेकर अपडेट कर रही हैं। लेकिन फिलहाल अभी कम से कम 3 से 4 दिनों तक उत्तर भारत में बारिश के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। देश में कई शहर गर्मी से तप रहे हैं। जबकि इस बार केरल में मानसून तय समय से 3 दिन पहले आ गया था तब उम्मीद जताई जा रही थी कि इस बार मानसून समय पर अन्य राज्यों में पहुंच जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। इसकी बड़ी वजह है कि केरल के बाद मानसून कर्नाटक में पिछले 10 दिनों से अटक गया है। ‌‌

गुजरात की सीमा पर पहुंचा मानसून, 3 से 4 दिन और लगेंगे उत्तर भारत आने में

मानसून मुंबई होते हुए गुजरात की सीमा तक पहुंच चुका है। जिसके बाद दो-तीन दिन बाद बढ़ेगा। गुजरात के बाद मानसून मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली एनसीआर और बिहार की ओर बढ़ता है। हवाओं की रफ्तार बढ़़ रही है। तेजी से बन रहे मानसून के आसार बन रहे हैं। इसके असर से अगले तीन दिन में महाराष्ट्र और मध्य भारत में गरज के साथ छीटें पड़ने के आसार हैं। इससे तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी। पूर्वोत्तर में हिमालयी और पश्चिम के तटीय इलाकों में तेज बारिश का अलर्ट है। दक्षिण और पूर्वोत्तर के राज्यों को छोड़ दें तो 14 जून तक कहीं भी बारिश की संभावना बहुत कम है। हालांकि पंजाब, हरियाणा, यूपी, बिहार और राजस्थान में अभी लू चलती रहेगी।

उत्तराखंड के मैदानी एरिया और यूपी में गर्मी से लोगों का बुरा हाल

उत्तराखंड में मैदानी एरिया में गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। सबसे अधिक राजधानी देहरादून, हरिद्वार, रुड़की और हल्द्वानी समेत कई मैदानी शहर गर्मी में झुलस रहे हैं। हालांकि पहाड़ों में कुछ दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। ऐसे ही गर्मी में लोगों की हालत खराब कर दी है। ‌ शनिवार और रविवार को उत्तराखंड के पर्यटन स्थल मसूरी, नैनीताल आदि स्थानों पर हजारों की संख्या में लोग उमड़े। ‌बता दें कि अन्य राज्यों में पड़ रही भीषण गर्मी के बाद हजारों लोगों ने पहाड़ों की ओर रुख कर लिया है।‌ ऐसे ही उत्तर प्रदेश में लगातार पड़ रही गर्मी से लोग बिलबिला गए हैं। दिन में 10 बजे के बाद घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। सड़कों पर मानो आज के गोले दिखाई दे रहे हैं। आगरा, प्रयागराज, बांदा झांसी कानपुर लखनऊ समेत लगभग सभी शहर गर्मी की तपिश में झुलस रहे हैं।

बिहार, राजस्थान और दिल्ली में भी फिलहाल गर्मी से नहीं मिलेगी राहत

मानसून की गति को देखते हुए मौसम विभाग ने 11 जून को बिहार पहुंचने की संभावना जताई थी। लेकिन मानसून के घूम जाने से यह 11 जून को महाराष्ट्र, कर्नाटक पहुंचा है। मौसम विभाग के मुताबिक बिहार और उत्तर प्रदेश में चक्रवाती हवा लगातार सक्रिय है। एक ट्रफ रेखा पिछले पांच दिनों से बिहार से होते हुए झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम तक जा रही है। इसके प्रभाव से बिहार के उत्तरी हिस्से में स्थित पूर्वी-पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, अररिया सहित 13 जिलों में मध्यम बारिश के आसार हैं। वहीं कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद में हीट वेव की स्थिति है। राजधानी पटना में भी गर्मी से सड़कों पर निकलना मुश्किल हो गया है। राजस्थान के सभी शहर 40 डिग्री से ऊपर तप रहे हैं। शनिवार को धौलपुर 46 डिग्री के साथ सबसे गर्म शहर रहा। जयपुर का पारा 42.7 डिग्री रहा। अब रविवार को जयपुर, अजमेर, कोटा और भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश के आसार हैं। ऐसे ही राजधानी दिल्ली भी गर्मी में झुलस रही है। राजधानी के अलावा पूरे एनसीआर में लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। लोगों को अब मानसून की पहली बारिश का बेसब्री से इंतजार है।

शंभू नाथ गौतम