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Tokyo Paralympics: सोमवार का दिन भारतीय खिलाड़ियों के लिए बेहद शानदार रहा। पैरालंपिक खेलों में भाग लेने टोक्यो गए भारतीय खिलाड़ियों ने आज शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने देश के लिए एक नहीं बल्कि 2 स्वर्ण पदकों के साथ कुल 5 पदक जीतकर इसे ऐतिहासिक दिन बना दिया। आज सुबह सबसे पहले शूटर अवनि लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफल एसएच1 में स्वर्ण जीता था। और उसके बाद सुमित अंतिल ने भाला फेंक में पुरूषों की एफ64 स्पर्धा में वर्ल्ड रिकार्ड तोड़ते हुए भारत को पैरालंपिक में दूसरा गोल्ड मेडल दिलाया। हरियाणा के सोनीपत के 23 साल के सुमित ने अपने पांचवें प्रयास में 68.55 मीटर दूर तक भाला फेंका जो दिन का बेस्ट प्रदर्शन और एक नया वर्ल्ड रिकार्ड था। सुमित ने 62.88 मीटर के अपने ही पिछले विश्व रिकार्ड को दिन में पांच बार बेहतर किया। हालांकि उनका अंतिम थ्रो ‘फाउल रहा। उनके थ्रो की सीरीज 66.95, 68.08, 65.27, 66.71, 68.55 और फाउल रही।

बता दें कि एफ64 स्पर्धा में एक पैर कटा होने वाले एथलीट कृत्रिम अंग (पैर) के साथ खड़े होकर हिस्सा लेते हैं।

7 जून 1998 को हरियाणा के सोनीपत में जन्मे सुमित का सफर कठिनाइयों भरा रहा। 23 साल के सुमित अंतिल ने छह साल पहले 2015 में मोटरबाइक दुर्घटना में अपना बायां पैर घुटने के नीचे से गंवा दिया था। बावजूद इसके उन्होंने जिंदगी में कभी हार नहीं मानी। हर परिस्थिति का डटकर सामना किया। सुमित जब सात साल के थे, तब एयरफोर्स में तैनात पिता की मौत हो गई। 2015 की एक शाम 17 साल के सुमित की बाइक को किसी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने टक्कर मार दी। दुर्घटना हमेशा-हमेशा के लिए एक पैर गंवाना पड़ा।

सुमित अंतिल दुर्घटना से पहले पहलवान थे। दुर्घटना के बाद उनके बाएं पैर को घुटने के नीचे से काटना पड़ा। उनके गांव के एक पैरा एथलीट 2018 में उन्हें इस खेल के बारे में बताया। वह पटियाला में पांच मार्च को पटियाला में इंडियन ग्रां प्री सीरीज 3 में ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा के खिलाफ खेले थे जिसमें वह 66.43 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ सातवें स्थान पर रहे थे जबकि चोपड़ा ने 88.07 मीटर के थ्रो से अपना राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ा था।

आज सुमित अंतिल के अलावा अवनि, देवेंद्र झाझरिया, सुंदर सिंह गुर्जर और योगेश काथुनिया ने भी आज देश के लिए पदक जीते थे। भारत अब तक इस पैरालंपिक में दो स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य पदक सहित कुल 8 पदक अपने नाम कर चुका है। पिछला बेस्ट चार पदकों के साथ रियो 2016 में आया था।