Vinesh Phogat disqualified from Paris Olympic 2024: पेरिस ओलंपिक से भारत के लिए बेहद निराशाजनक खबर आई है। भारत की दिग्गज महिला पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में डिसक्वालिफाई (अयोग्य) घोषित किया गया है। वह 50 किलोग्राम रेसलिंग के फाइनल में पहुंची थी। उनका वजन इवेंट के दूसरे दिन 50 किलोग्राम वर्ग में कुछ अधिक वजन पाया गया है। विनेश के पास गोल्ड मेडल जीतने का सुनहरा मौका था, लेकिन अब वह सिल्वर मेडल से भी चूक गईं।
29 साल की विनेश को 50 किलोग्राम रेसलिंग में डिसक्वालिफाई (अयोग्य) किया गया है, विनेश का वजन जब थोड़ा बड़ा हुआ आया तो उन्होंने इसे कम करने की भी कोशिश की। चूंकि आज (7 अगस्त) को गोल्ड मेडल का इवेंट होना था, लेकिन वह ज्यादा निकला। विनेश का बुधवार रात को करीब 10 बजे गोल्ड मेडल के लिए अमेरिका की रेसलर सारा एन हिल्डरब्रांट से फाइनल मुकाबला होना था।
सूत्रों के मुताबिक कि विनेश का वजन तय मानक से 100 ग्राम ज्यादा निकला है। कंपीटिशन के रूल्स के मुताबिक हर मुकाबले से पहले पहलवान का वजन किया जाता है। जिसमें विनेश ओवरवेट निकली। कंपीटिशन के रूल्स के मुताबिक विनेश सिल्वर मेडल के भी योग्य नहीं रह जाएगी। इसके बाद 50 kg कैटेगरी में सिर्फ गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल दिया जाएगा। विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में अयोग्य घोषित जाने के बाद बताया गया कि उनका वजन 50 किलो से मेल नहीं खा रहा था। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने इसे लेकर अपडेट भी दिया।
इस संबंध में बुधवार शाम तक ओलिंपिक एसोसिएशन की तरफ से भी औपचारिक अनाउंसमेंट होने की संभावना है। इससे पहले मंगलवार को विनेश फोगाट का वजन तय मानक के हिसाब से था। हालांकि हर रोज मुकाबले से पहले यह वजन कैटेगरी के लिहाज से मेंटेन करना पड़ता है।
IOA ने कहा- यह खेदजनक है कि भारतीय दल महिला कुश्ती 50 किग्रा वर्ग से विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने की खबर साझा करता है। रात भर टीम द्वारा किए गए बेहतरीन प्रयासों के बावजूद, आज सुबह उनका वजन 50 किग्रा से कुछ ग्राम अधिक था। इस समय दल द्वारा कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी। भारतीय दल आपसे विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करता है।
विनेश ने रात भर वजन घटाने की कोशिश की
सूत्रों से जानकारी मिली है कि मंगलवार रात को ही विनेश और उनके कोच को इस बात का पता चल गया था। जिसके बाद वह पूरी रात नहीं सोई और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए हरसंभव कोशिश की। जिसमें जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग शामिल है।
हालांकि यह पर्याप्त साबित नहीं हुआ। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने मांग की थी कि विनेश को थोड़ा और समय दिया जाए, लेकिन उनकी मांग नहीं सुनी गई।
अमेरिका की पहलवान से होना था मुकाबला
भारतीय स्टार पहलवान विनेश फोगाट के फाइनल में पहुंचने के बाद यह माना जा रहा था कि वह गोल्ड मेडल जीत लेंगी। विनेश फोगाट ने मंगलवार को महिला 50 किग्रा फ्रीस्टाइल इवेंट के सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर युसनेइलिस गुजमैन (Yusneylys Guzman) को 5-0 से करारी शिकस्त दी थी। विनेश का फाइनल बुधवार (7 अगस्त) को यूएसए की एन सारा हिल्डेब्रांट से होना था। इससे पहले उन्होंने प्री क्वार्टरफाइनल में 50 किग्रा में ओलंपिक चैम्पियन और चार बार की विश्व चैम्पियन युई सुसाकी को हराया था।
मां को किया था स्वर्ण जीतने का वादा
फाइनल के लिए क्वालिफाई करने के बाद विनेश ने अपनी मां से वीडियो कॉल के जरिए बात की थी। विनेश अपनी मां और परिवारवालों से बात करते हुए स्वर्ण पदक जीतने का वादा किया था। हालांकि, अब वह इस मुकाबले से बाहर हो गई हैं।
विनेश की जीत पर परिजनों ने क्या कहा था
दंगल फेम द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर फोगाट ने कहा- विनेश ने फाइनल में पहुंचकर मेरी 24 साल की ओलिंपिक गोल्ड जीतने की इच्छा पूरी की। मैं उसे लेने खुद एयरपोर्ट जाऊंगा।
विनेश के ससुर राजपाल राठी ने कहा- बहू गोल्ड मेडल जरूर जीतेगी। रविवार को विनेश से बात हुई। उसने कहा था कि वह गोल्ड मेडल जीतने के लिए अपना जी-जान लगा देगी।
पति सोमबीर राठी बोले- डेढ़ साल में बहुत ऐसे मौके आए, जब लगा कि अब कुश्ती नहीं हो पाएगी। मगर, विनेश ने हार नहीं मानी। वेट घटा फाइनल तक पहुंचना, सचमुच यह विनेश ही कर सकती है।
क्या विनेश फोगाट पहले 50 किग्रा के भीतर थीं?
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में पहले दिन यानी छह अगस्त को विनेश भारवर्ग के अंदर थीं। इस 29 वर्षीय एथलीट ने अपने पहले दिन के भार मापने वाले नियम को अच्छे से पार किया था। इसके बाद उन्होंने टोक्यो 2020 की शीर्ष वरीयता प्राप्त और स्वर्ण पदक विजेता सुसाकी को भी हराया था। विनेश ने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की पूर्व यूरोपीय चैंपियन ओकसाना लिवाच और सेमीफाइनल में क्यूबा की मौजूदा पैन अमेरिकी चैंपियन युस्नेलिस गुजमान को हराया।
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक 2024 से पहले वजन कम किया
पिछले साल से, विनेश फोगाट ने न केवल अपने करियर के लिए, बल्कि अपने जीवन के लिए भी लड़ाई लड़ी है। वह पूर्व भारतीय कुश्ती संघ प्रमुख के खिलाफ प्रदर्शनकारियों में से एक थीं और ओलंपिक में कुश्ती में अपना पहला स्वर्ण पदक जीतने के लिए भारत की सबसे बड़ी उम्मीद बन गईं। विनेश को पिछले साल सर्जरी से भी गुजरना पड़ा और फिर जबरदस्त वापसी की। इस सर्जरी की वजह से वह एशियाई खेलों में भी नहीं खेल पाई थीं। हालांकि, ओलंपिक बर्थ हासिल करने के लिए उन्हें अपना वजन घटाकर 50 किग्रा करना पड़ा। उन्होंने अपना पिछला ओलंपिक 53 किग्रा वर्ग में लड़ा था। चूंकि अंतिम पंघाल ने इस वर्ग के लिए क्वालिफाई किया, इसलिए विनेश को अपना वजन 50 किग्रा तक कम करना पड़ा। ऐसा माना जा रहा है कि एक ही दिन में तीन जबरदस्त मुकाबले लड़ने के बाद उन्होंने अपनी ऊर्जा वापस लाने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स और अन्य पूरक लिए, जिससे वजन बढ़ सकता है।
विनेश ने रियो ओलंपिक में किया था डेब्यू
विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता और राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और एशियाई चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता, विनेश इतिहास की सबसे सफल भारतीय पहलवानों में से एक हैं, लेकिन ओलंपिक खेलों में अयोग्य घोषित होने के बाद उनका सपना टूट गया। प्रसिद्ध फोगाट बहनों में से एक विनेश ने रियो 2016 में महिलाओं की 48 किग्रा फ्रीस्टाइल श्रेणी में ओलंपिक में डेब्यू किया था, लेकिन घुटने में गंभीर चोट लगने के कारण उन्हें क्वार्टरफाइनल मुकाबले से हटना पड़ा था। टोक्यो 2020 में महिलाओं के 53 किग्रा क्वार्टरफाइनल में जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही विनेश को एक बार फिर क्वार्टरफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। पेरिस ओलंपिक में भी उनका वजन ज्यादा निकला, इस कारण वह डिसक्वालिफाई (अयोग्य) कर दी गईं।