13.5 crore embezzled from government account in Rudrapur, bank manager and cashier arrested

उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जनपद के रुद्रपुर में ट्रांजिट कैंप थाने में दर्ज 13.5 करोड़ रुपए के गबन मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। ऊधम सिंह नगर पुलिस ने विशेष अध्याप्ति अधिकारी (SLO) के खाते से फर्जी हस्ताक्षरों और मुहर के जरिए 13 करोड़ 51 लाख 46 हजार रुपए के सरकारी धन निकालने के मामले में इंडसइंड बैंक रुद्रपुर के प्रबंधक और कैशियर को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अन्य संदिग्ध व्यक्तियों की भी जांच की जा रही है। पुलिस द्वारा 7.5 करोड की धनराशि विभिन्न खातो में होल्ड करा दी गई है। तथा शेष धनराशि को होल्ड कराने की प्रक्रिया प्रचलित है।

एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी ने पुलिस कार्यालय में एक पत्रकार वार्ता में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 74 (सितारगंज-काशीपुर) अनुभाग के कंपिटेंट ऑथिरिटी लैंड एक्जिविशन (काला) और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का संयुक्त खाता इंडसइंड बैंक रुद्रपुर में है। इसी संयुक्त खाते से 28 एवं 31 अगस्त को फर्जी चैकों के जरिये 13 करोड़ 51 लाख 46 हजार रूपये अलग अलग खातों मे ट्रांसर्फर किये गये। दो सितंबर को विशेष अध्यापित अधिकारी कोस्तुभ मिश्रा ने ट्रांजिट कैंप थाना पुलिस को तहरीर दी थी। तहरीर में उन्होंने बताया कि काला और एनएचएआई-74 के संयुक्त बैंक खाते से करीब 13 करोड़ 51 लाख रुपए अज्ञात व्यक्तियों ने निकाल लिए। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने एक तरफ जहां इंडसइंड बैंक के कर्मचारियों से पूछताछ की तो वहीं सीसीटीवी फुटेज को भी खंगालना शुरू किया।

सीसीटीवी वीडियो में 28, 31 अगस्त और 2 सितंबर को चेक लेकर तीन अलग-अलग व्यक्ति के बैंक में आने की पुष्टि हुई। जांच के दौरान यह भी पता चल कि सरकारी चेक लेकर आने वाले व्यक्ति को सर्वप्रथम रिसीविंग प्राप्ति दी जाती है। इसके अलावा बैंक से निश्चित धनराशि से अधिक के चेक के लिए खाता धारक की पॉजिटिव कंफर्मेशन ली जाती है।

मामले में संलिप्तता पाए जाने पर उधमसिंह नगर पुलिस ने 22 घंटों के भीतर दो आरोपियो बैंक मैनेजर देवंद्र सिंह निवासी को उसे घर कुंडेश्वरी और कैशियर प्रियम सिंह निवासी आवास विकास थाना ट्रांजिट कैंप को आवास विकास सिंडीसइंड बैंक से गिरफ्तार किया गया। साथ ही पुलिस द्वारा 7.5 करोड की धनराशि विभिन्न खातो में होल्ड करा दी गई है।

इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल और ट्रांजेक्शन की तस्दीक से जो संदिग्ध व्यक्ति प्रकाश में आए है, उनकी तस्दीक व गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर तलाश जारी है।