Aanchal secured 24th rank in Uttarakhand in class 12th board exam

पौड़ी : उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा-2023 का परिणाम कल जारी हो चुका है। इस बार उत्तराखंड बोर्ड की मेरिट सूची में स्थान पाने वाले ज्यादातर बच्चे बेहद साधारण परिवार से हैं, जिन्होंने कठिन परिस्थितयों में बिना ट्यूशन पढ़े इस मुकाम को हासिल किया है। सबसे पहले बात करते हैं हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में उत्तराखंड टॉपर की।

उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में टिहरी जिले के थौलधार भागीरथी उच्चतर माध्यमिक विद्या मंदिर कंडी-छाम के छात्र सुशांत चंद्रवंशी ने 99 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश की मेरिट में सर्वोच्च स्थान हासिल किया है। मूलरूप से बिहार के बेतिया के रहने वाले सुशांत के पिता चिन्यालीसौड़ बाजार में फर्नीचर की दुकान चलाते हैं। वहीँ 98.80% अंकों के साथ दूसरे स्थान पर आने वाले आयुष सिंह रावत के पिता रोडवेज में बस चालक हैं। जबकि 98.6% अंकों के साथ तीसरी रैंक हासिल करने वाली शिल्पी बिष्ट के पिता कण्डीसौड़ में मोमोज और चाय की छोटी सी दुकान चलाते हैं।

इनके अलावा इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 97.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाली उधम सिंह नगर के जसपुर की छात्रा तनु चौहान भी बेहद साधारण परिवार से है। किसान की बेटी तनु चौहान रोजाना 15 किमी साइकिल चलाकर स्कूल आती थी।

कल्जीखाल ब्लॉक की आंचल ने उत्तराखंड बोर्ड की मेरिट लिस्ट में बनाई जगह

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा 2023 की मेरिट लिस्ट में एक नाम पौड़ी जनपद के विकासखण्ड कल्जीखाल के अंतर्गत ग्राम सीरों की आंचल का भी है। जनता इंटरमीडिएट कॉलेज रमाडांग में 12वीं कक्षा की छात्रा आंचल में 92.6 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तराखंड में 24वीं रैंक प्राप्त की है। आंचल एक बेहद गरीब परिवार से है। आंचल के पिता भरत सिंह गांव में मजदूरी का काम करते हैं व माता संगीता देवी ग्रहणी है। गरीब परिवार में होने के बावजूद आंचल ने घर पर घास लकड़ी आदि घर के काम के साथ अपनी मेहनत और लगन से पढ़ाई भी की और मेरिट में स्थान प्राप्त किया। आँचल की इस उपलब्धि पर आज विद्यालय परिवार द्वारा आंचल व उसके माता पिता का विद्यालय में मिठाई खिलाकर व माला पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान आंचल के माता पिता की आंखे खुशी से नम हो गई।

आंचल ने बताया कि वह घर के काम के साथ बकरियां चराने जाते समय अपने साथ कॉपी किताब लेकर जाती थी और वहां अभी पढ़ाई करती थी। आंचल एक शिक्षिका बनना चाहती है। आंचल की इस उपलब्धि से माता-पिता, गांव,विद्यालय परिवार व क्षेत्र में खुशी की लहर है। विद्यालय के प्रधानाचार्य महेश चंद्र शाह ने बताया कि विद्यालय में पहली बार किसी छात्रा ने उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में मेरिट में स्थान पाया है जिसको लेकर विद्यालय परिवार में खुशी की लहर है। बता दें कि सीरों पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत के पैतृक गांव भी है।