श्रीनगर गढ़वाल: अखिलेश चन्द्र चमोला अपने बेहतर तथा अनुकरणीय कार्यों के आधार पर समय समय पर अखिल भारतीय संस्थानों द्वारा पुरस्कृत किये जाते हैं। आज समाज में अपनी विशिष्ठ भूमिका का निर्वहन करने के कारण किसी परिचय के मोहताज नही हैं। भावी पीढी के बेहतर सपनों को साकार करने के लिए उन्हें मन्च देकर अपने निजी ब्यय पर सम्मानित करने के साथ ही नशे से दूर रहने के लिए प्रतिज्ञा भी दिलाते हैं’। आज युवा वर्ग इनके प्रेरणा दायिनी प्रसंगो से प्रभावित होकर इन्हें अयना आदर्श मानता है।
राष्ट्रीय पंजीकृत संस्थायें इन्हें सम्मानित कर संस्था का गौरब मानते हैं। बता दें कि प्रतियोगितात्मक परीक्षायों में भी इनसे सम्बंधित क्ई प्रश्न पूछे जा चुके हैं। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षा शिल्पी, ”शिक्षा रत्न”, “शिक्षा विशेषज्ञ”, ‘मुख्यमंत्री सम्मान’,’आदर्श उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान’, ‘राज्यपाल पुरस्कार सम्मान’, अन्तरराष्ट्रीय शिक्षक सम्मान के साथ ही 500 से भी अधिक राष्ट्रीय सम्मानोपाधियों से सम्मानित हो चुके हैं। चमोला मूल रुप से जनपद रुद्रप्रयाग के ग्राम कौशलपुर के मूल निवासी हैं।
राजकीय इन्टर काॅलेज सुमाडी विकास खन्ड खिर्सू पौड़ी गढ़वाल में बरिष्ठ हिन्दी अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। इनकी विशिष्ठ उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए गुरु फाउंडेशन रोहतक ने इन्हें उत्तराखण्ड से राष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण मित्र सम्मान 2024 से बिभूषित किया है। इस खबर से आम जनमानस में खुशी की लहर देखने को मिल रही है।चमोला को चलभाष द्वारा बधाई दे रहें हैं।श्री चमोला से सम्पर्क करने पर चमोला ने संस्थान का आभार ब्यक्त करते हुए कहा कि हमारा संकल्प अपने राज्य को हरित प्रदेश बनाने का होना चाहिए। हमें हर त्योहार में पौधरोपित कर त्योहार मनाना चाहिए। बृक्षों से ही हमारा सम्पूर्ण विकास सम्भव है। इनके बिना हम अधूरे हैं