देहरादून: जब व्यक्ति अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करता है, तो उसका निश्चित रूप से सामाजिक संस्थाओं द्वारा मूल्यांकन किया जाता है। हमारा प्रयास कर्म करने में होना चाहिए। गीता में श्री कृष्ण ने अर्जुन को उपदेश देते हुए यही कहा कि हमें निरंतर अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए कर्म करना चाहिए। एक समय इस तरह का आता है कि उसकी सुगंध आम जनमानस में फ़ैल जाती है। इस तरह की बात यदि दून पैरा मेडिकल कॉलेज में कार्यरत उपाचार्य महेंद्र सिंह भन्डारी के सन्दर्भ में कहीं जाय तो किसी तरह की अतिश्योक्ति नहीं होगी।
बताते चलें कि डाक्टर महेंद्र सिंह भन्डारी उत्तराखंड के जनपद चमोली के निवासी हैं। उन्होंने इन्टर की परीक्षा राजकीय इंटर कॉलेज गौचर से की। उच्च शिक्षा केन्द्रीय विश्व विद्यालय श्रीनगर गढ़वाल से प्राप्त की। डाक्टर महेंद्र सिंह भन्डारी में समाज सेवा का भाव कूट कूट कर भरा हुआ है। विगत कोरोना काल में जहां लोग कोरोना जैसे बीमारी से दूर भाग रहे थे, वहीं महेंद्र सिंह भन्डारी लोगों के बीच में जाकर उनके चिकित्सकीय उपचार के कार्य में जुटे रहे। ग्रामीण आन्चिलिक से आये हुए लोगों को अपनी बोली भाषा में उनके अन्दर सकारात्मक ऊर्जा भरने का कार्य भी करते रहे। महेंद्र सिंह भन्डारी दून पैरा मेडिकल कालेज में उपाचार्य के पद पर आसीन हैं। आज अपने शैक्षिक व सामाजिक गतिविधियों के आधार पर किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं।
सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट जो कि भारत सरकार से मान्यता प्राप्त और नीति आयोग से सम्बद्ध है, इस संस्था द्वारा इनके उल्लेखनीय कार्यों को रेखांकित करते हुए डाक्ट्रेट अवार्ड 2025 की मानद उपाधि से विभूषित किया। इस उपलब्धि पर शिक्षक विदो तथा समाज सेवी लगातार डाक्टर महेंद्र सिंह भन्डारी को बधाई दे रहे हैं। स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने बधाई देते हुए कहा कि महेन्द्र भन्डारी ने अपने सामाजिक कार्यों से उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। अपने अध्यापन कार्य के साथ साथ इस तरह की विशिष्ट उपाधि से सम्मानित होना अपने आप में महत्वपूर्ण उपलब्धि को दर्शाता है। ताजबर सिंह जग्गी अपर आयुक्त उत्तराखंड ने कहा कि इस सम्मान से महेंद्र सिंह भन्डारी ने स्वास्थ्य विभाग का नाम रोशन किया है, इस के लिए वे बधाई के पात्र हैं।
बाल प्रतिभा सम्मान समारोह परिषद के निदेशक अखिलेश चंद्र चमोला ने कहा कि महेंद्र भन्डारी द्वारा ग्रामीण आन्चिलिक में अध्ययन रत छात्र छात्राओं को भी प्रोत्साहित करने में अपना भरपूर सहयोग दिया जाता है। वर्तमान समय मे अपने अध्यापन कार्य के साथ संस्था को आगे बढ़ाने में सहयोग करना उत्कृष्टता को दर्शाता है।यही कारण है कि जानी मानी संस्था ये भन्डारी को सम्मानित कर रही है। डाक्ट्रेट अवार्ड से सम्मानित होने पर महेंद्र सिंह भन्डारी ने संस्थान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिन कार्यों के आधार पर मुझे सम्मानित किया गया,मेरा पूरा प्रयास रहेगा कि मैं अपने अध्यापन कार्य के साथ भावी पीढ़ी के जीवन को समृद्ध बनाने में समर्पित व प्रतिबद्ध रहूंगा।