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श्रीनगर गढ़वाल: पौड़ी गढ़वाल में कोट ब्‍लॉक के अनर्तगत देहलचौरी स्थित मंजूघोषेश्वर महादेव मंदिर में पौराणिक काल से दीपावली के ठीक एक दिन बाद लगने वाला दो दिवसीय प्रसिद्ध कांडा मेला इस वर्ष 26 एवं 27 अक्टूबर को आयोजित किया जायेगा। मजीन कांडा मेला समिति द्वारा मेले की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।

श्रीनगर गढ़वाल से 20 किलोमीटर देहलचौरी स्थित मंजूघोषेश्वर महादेव मंदिर में लगने वाला कांडा मेला कभी पशुबलि के लिए विख्यात था। यहाँ सैकड़ों भैंसे/बकरों को बलि माँ काली को चढ़ाई जाती थी। परन्तु पूरे गढ़वाल में पशुबलि के लिए प्रसिद्ध रहे इस स्थल पर पिछले कई वर्षों से बलिप्रथा पूरी तरह से खत्म हो गई है। हालाँकि बलिप्रथा ख़त्म होने के बाद भी कांडा मेले का महत्व कम नहीं हुआ है। क्षेत्र की जनता को मेले का उसी बेसब्री से इन्तजार रहता है।

मंजीन काण्डा मेला समिति के अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद भटट ने बताया कि मन्दिर समिति ने मेले की तैयारियां पूरी कर दी है। उन्होंने बताया कि छोटा कांडा मेला 26 अक्तूबर व बड़ा कांडा मेला 27 अक्तूबर को सिद्धपीठ मंजुघोषेश्वर महोदव (मजीन कांडा) मंदिर परिसर में आयोजित होगा। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षो में कोरोना के कारण मेले को भव्य रूप नहीं दिया जा सका। कहा इस बार मेला पूर्व की तरह ही भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा।