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पौड़ी गढ़वाल : पेय जल संकट से जूझ रहे मनियारस्यूं एवं कंडवालस्यूं पट्टियों के विभिन्न गांवों के लिए करोड़ो रूपये की लगात से बनी ब्यासचट्टी-डांडानागराजा पंपिंग योजना के बावजूद भी ग्रामीणों के हलक सूखे हुए हैं। पौड़ी गढ़वाल की ब्यासचट्टी-डांडानागराजा पंपिंग योजना को बने हुए एक साल हो गया है, एक साल से इसका ट्रायल भी चल रहा। लेकिन जरुरतमंद गांव जिन्हें इस पेय जल योजना से बड़ी आस थी वहां के लोग अब भी प्यासे हैं। मनियारस्यूं पट्टी के दिउसा गांव में कोविड 19 के दौरान 300 अतरिक्त प्रवासी गांव आ गए हैं लेकिन पानी के संकट से जुंझ रहे है। इसी प्रकार कंडवालस्यूं पट्टी के खडोकला, बिरसणी, जमरी, कापड, गिड़नवाड़ा, रिई, नौण,शिमला डांगू बांजखाल आदि गांव में पंपिंग योजना का नियमित पानी नही पहुंच रहा है। क्या कहते है ग्राम प्रधान दिउसा एवं खडोकला के ग्रामीण दिखिए जीरी ग्राउंड से हमारे संवाददाता जगमोहन डांगी की यह विशेष रिपोर्ट। पेय जल समस्या को लेकर ग्राम प्रधान दिउसा रोशन ने बताया कि ब्यासचट्टी-डांडानागराजा पंपिंग योजना का जल बंगानीखाल तक ही पहुँच पा रहा है, बंगानीखाल से आगे जितने भी गाँव हैं वहाँ नल सूखे पड़े हैं। जिसके चलते आस-पास के गांवों में पीने के पानी की गंभीर समस्या पैदा हो गई है। ग्रामीणों को पेय जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व प्रधान प्रदीप थपलियाल का कहना है कि हमारे क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या का एकमात्र समाधान डांडानागराजा पंपिंग योजना है। यदि डांडानागराजा पंपिंग योजना सुचारु रूप से चलती रहे तो हमारी ग्रामसभा के सभी गाँवों की पीने के पानी की समस्या का समाधान हो सकता है। इसके लिए शासन/ प्रशासन से लेकर अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि सही ढंग से काम करें।