श्रीनगर गढ़वाल : मनोज कंडियाल की प्रथम पुण्यतिथि में नगर पालिका श्रीनगर के सभागार में रंगकर्मी, संस्कृति प्रेमी व विभिन्न क्षेत्रों व विद्यालयों के शिक्षकों ने मिलकर ”मनोज की यादों का कारवां” शीर्षक के अंतर्गत एक स्मृति कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसके अंतर्गत उनके बहुआयामी व्यक्तित्व जिसमें एक आदर्श शिक्षक, नवाचारी विचारक, संस्कृति प्रेमी रचनात्मक लेखक वक्त के रूप में उनके जीवन के विविध रंगों को उकेरा गया इसके अन्तर्गत उनके जीवन से संबंधित एक वीडियो व फोटोग्राफी प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया साथ ही उनसे जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के व्यक्तित्व ने उनके संस्मरण को भी साझा किया गया।
कार्यक्रम के अंत में बेस हॉस्पिटल श्रीकोट श्रीनगर में विभिन्न वार्ड में मरीजों को फल वितरण भी किया गया, आयोजन में उपेन्द्र भट्ट, सुरवीर राणा, विपिन पुरोहित, आदित्य काला, प्रमोद डंगवाल, विपिन रौथाण, नरेंद्र गुसाईं, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के गढ़वाल प्रभारी जगमोहन कठैत, प्रदीप अथ्वाल, गणेश बलुनी, अजय सेमवाल, माधव गैरोला, ख्याति प्राप्त रंगकर्मी व सामाजिक कार्यकर्ता परवेज अहमद, श्रीमती रेखा उनियाल प्रबंधक रेन्बो पब्लिक स्कूल, पत्रकार व लेखिका श्रीमती गंगा असनोडा थपलियाल, माँ फाउंडेशन के इजि० सत्यजीत खण्डूरी, शिक्षक व साहित्य कार गजेंद्र रौतेला (अगस्त मुनि) शिक्षिका सावित्री बंगारी (देहरादून), पूर्व नगर पालिका अध्य्क्ष व मुख्य ट्स्ट हिमालय साहित्य कला परिषद कृष्णा नद मैठाणी, शिक्षक व शैलनेट नाटय संस्था श्रीनगर के सचिव मनोज कांत उनियाल, कुमारी अंजलि एमबीबीएस की छात्रा, ख्याति प्राप्त रंगकर्मी विमल बहुगुणा, कवि चित्रकार जय कृष्ण पैन्यूली, महेश गिरि, कमलेश जोशी, गढकवि देवेंद्र उनियाल, हेम चन्द्र मंमगाई, राजकीय शिक्षक संघ से जसपाल सिंह गुसाईं, राकेश मोहन कण्डारी, छात्र नेता अंकित उछोली, राबिन असवाल, डा० प्रकाश चमोली, शिक्षक दीपक गौड, शिक्षिका श्रीमती रश्मि गौड़, शिक्षिका श्रीमती इंदू पंवार, शिक्षिका (अगस्तमुनि) ललिता रौतेला, रंगकर्मी व मूर्ति कार अरविंद नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप भण्डारी, शिक्षक संजय प्रकाश, संजय कुमार (डाक टिकटों के सग्रह कर्ता) शंशाक, श्रीमती सावित्री बंगारी सहित मनोज के साथी व छात्र उपस्थित रहे, कार्यक्रम के कार्यक्रम का सन्दर्भ जगमोहन कठैत, संचालन कमलेश जोशी व परवेज़ अहमद, समेकन और धन्यवाद महेश गिरि ने किया, फल वितरण नरेन्द्र गुसाईं द्वारा किया गया।