बीते दो दिनों से पूरे उत्तर भारत में बारिश ने कहर मचा रखा है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। विदा ले रहा मानसून कहर बरपा रहा है। उत्तराखंड में मैदान से लेकर पहाड़ तक लगातार हो रही बारिश से परेशानी बढ़ गई है। ऐसे ही उत्तर प्रदेश में कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार को भी बारिश का दौर जारी है। राजधानी में सुबह से हो रही बारिश का असर यातायात व्यवस्था पर पड़ा। जगह-जगह हुए जलजमाव की वजह से कई इलाकों में जाम लग गया और कई जगहों पर वाहन रेंगते हुए नजर आए। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद आदि जैसे इलाकों में तेज बरसात लोगों के लिए आफत लेकर आई।
गुरुवार से हो रही बारिश के चलते कई जगह पानी भर गया, तो कई जगह यातायात पर असर पड़ा। गुरुग्राम में कई गाड़ियां पानी में डूबी हुईं दिखाई दीं। भारी बारिश को देखते हुए नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, आदि में प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। वहीं गुरुग्राम में निजी संस्थाओं से वर्क फ्रॉम होम करवाने की सलाह दी गई है। ग्रेटर नोएडा में स्थित डीएम दफ्तर में भी भारी बारिश के चलते पानी भर गया।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश लगातार हो रही बारिश से सड़कों पर जलभराव हो गया है। उत्तराखंड में हेल्गू गाड़ के पास भूस्खलन के कारण उत्तरकाशी-गंगोत्री राजमार्ग बाधित हो गया। वहीं बारिश से पर्वतीय इलाकों के साथ-साथ मैदानी क्षेत्रों में भी ठंड बढ़ गई है। आज पूर्वी और पश्चिमी यूपी के कई इलाकों में बारिश का अलर्ट। अनुमान है कि 25 सितंबर तक बारिश का सिलसिला चलता रहेगा।
मौसम को लेकर जारी पूर्वानुमान में राज्य के कई इलाकों में बारिश और गरज-चमक व आंधी की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है। वहीं मेरठ अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। इटावा के सिविल लाइन क्षेत्र के चंद्रपुरा गांव में कच्ची दीवार गिरने से दादी के साथ सो रहे चार सगे भाई-बहनों की मौत हो गई।