Mask is still necessary
  • संक्रामक रोगों से भी बचाता है कोविड प्रोटोकॉल
  • सार्वजनिक स्थानों पर जाएं तो मॉस्क लगाना न भूलें

 नोएडा : जनपद में जब कोरोना चरम पर था तब भी कोविड प्रोटोकाल और मास्क जरूरी था और अब जब कोरोना न के बराबर है तब भी इसकी उतनी ही जरूरत है, क्योंकि जरा सी लापरवाही हमें फिर उसी तरफ ले जा सकती है। त्योहारों का समय  चल रहा है। बाजारों में भीड़भाड़ है, जगह-जगह रामलीला चल रही हैं जहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हो रहे हैं, कोरोना की संभावित तीसरी लहर की आशंका भी जताई जा रही है, इसलिए मास्क लगाने में ही समझदारी है। बाजारों की भीड़ नहीं रोक सकते पर मास्क लगाकर अपने आप को तो सुरक्षित कर ही सकते हैं। यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने कहीं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा जनपद में कोविड के मामले अब काफी कम हो गए हैं, रोजाना दो-तीन मामले आ रहे हैं। इस लिए अब भी हमें सावधानी रखनी होगी। विशेषज्ञों के साथ-साथ शासन व प्रशासन की गाइडलाइन भी यही है। त्योहारों के जोश में कोविड प्रोटोकॉल की अनदेखी नहीं होनी चाहिए। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने से कोविड ही नहीं तमाम संक्रामक रोगों से भी बचाव होता है। अब जब मौसम बदल रहा है तो संक्रामक रोगों का खतरा और बढ़ जाता है। उन्होंने त्योहारों के मौके पर लोगों से ज्यादा सावधानी बरतने की अपील की है। घर से बाहर निकलें तो मॉस्क अवश्य लगाएं। इससे वायरल जैसे संचारी रोगों से भी बचाव होता है। इसके अलावा मॉस्क प्रदूषण से भी बचाव करता है और बदलते मौसम में बीमार पड़ने की आशंका को काफी कम कर देता है। बेशक घर में बनाया गया कपड़े का मॉस्क ही पहनें। खासकर भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाएं तो कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें। अपने हाथों को साबुन-पानी से धोते रहें और हाथ मिलाने से परहेज करें। सीएमओ ने कहा – मौसम में बदलाव का समय संचारी रोगों के लिए अनुकूल होता है, इसीलिए शासन के आदेश पर 18 अक्टूबर से विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह की शुरुआत की जा रही है।

सीएमओ ने कहा जनपद में कोविड से बचाव के लिए लगातार टीकाकरण जारी है। रोजाना औसतन आठ हजार लोगों का टीकाकरण किया जा रहा। उन्होंने कहा जिन लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है उनको भी मास्क लगाना जरूरी है। जब तक कोविड का खतरा पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता तब तक हरहाल में प्रोटाकाल का पालन करना होगा यानि मास्क लगाना होगा, दो गज की दूरी का पालन कराना होगा और कुछ समय अंतराल पर साबुन-पानी से हाथ धोने होंगे अथवा सेनेटाइज करने होंगे।