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पुलिस मुख्यालय से गुमशुदाओं की तलाश हेतु सितंबर माह से “ऑपरेशन स्माइल” अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद पौड़ी गढ़वाल कु. पी. रेणुका देवी द्वारा जनपद की ऑपरेशन स्माइल टीम को गुमशुदाओं की तलाश करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिसके क्रम में एक बौद्धिक दिव्यांग युवा विजय सूर्यवंशी (उम्र 25 वर्ष) पुत्र रतनलाल निवासी इंद्रा एकता नगर, थाना आज़ाद नगर, जनपद इंदौर, मध्य प्रदेश, जो सत्य साई आश्रम, देहरादून में लावारिश में दाखिल था। जनपद की ऑपरेशन स्माइल टीम द्वारा उक्त बौद्धिक दिव्यांग युवा का वीडियो एवं फोटो सोशल मीडिया पर उसके परिजनों की तलाश के लिए अपना मोबाइल नम्बर शेयर करते हुए जारी किया गया. जिसके बाद मध्य प्रदेश के पंकज कुमार मारू, जो एक स्नेह नाम की संस्था से जुड़े हुए है का फोन आया कि आपके द्वारा जो बौद्धिक दिव्यांग युवक का वीडियो शेयर किया गया है। यह युवक पहले हमारी संस्था स्नेह में आता था। जिसको मैंने पहचान लिया है और इसके पिताजी तथा अन्य परिजन के द्वारा भी इसकी पहचान कर ली गयी है।

पंकज कुमार मारू के द्वारा अपने फ़ोन से कॉनफ्रेन्स कॉल कराई गई तो बौद्धिक दिव्यांग के पिता रतन लाल ने बताया कि मेरे दो पुत्र हैं, ये उनमें से मेरा छोटा बेटा विजय है। जो मानसिक रूप से कमजोर है। जिसको मेरे बड़े भाई नंदकिशोर ने बचपन में ही गोद ले लिया था। विजय 7 नवम्बर 2016  को मानसिक चिकित्सालय, बाणगंगा, इंदौर से लापता हो गया था। जिसको हमने काफी तलाश किया परन्तु आज तक नहीं मिला था। जनपद की ऑपरेशन स्माइल टीम द्वारा बौद्धिक दिव्यांग युवा विजय सूर्यवंशी सकुशल इसके परिजनों को सुपुर्द किया गया। बौद्धिक दिव्यांग अपने पिता से मिलकर बहुत खुश हुआ और बार-बार पापा-पापा और मम्मी-मम्मी ही बोलता रहा। उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा दिव्यांग के परिजनों को अपने घर परिवार में ठहराकर हर संभव मदद की गई। बालक के परिजनों द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट कर धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

जगमोहन डांगी