पौड़ी: उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति वी.के. बिष्ट ने सर्किट हाउस पौड़ी में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) को पौड़ी गढ़वाल के राजकीय इंटर कॉलेज बग्याली में एक शिक्षिका के साथ हुये अभद्रता की जांच करने के निर्देश दिये।
आयोजित बैठक में मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष ने शिक्षा अधिकारी को राजकीय इंटर कॉलेज बग्याली, विकासखंड एकेश्वर की शिक्षिका के साथ हुये अभद्रता पर जांच करने के आदेश दिये। उन्होंने कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाय, उस पर नियमानुसार कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि भविष्य में इस प्रकार की शिकायत मिलने पर संबंधितों पर तत्काल कार्रवाई अमल में लायी जाय।
क्या था पूरा ममला
पौड़ी गढ़वाल के राजकीय इंटर कॉलेज बग्याली की एक सहायक अध्यापिका ने उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग में शिकायत दी कि वह 17 अगस्त 2024 को अपनी कक्षा में थीं। जहां 10वीं की एक छात्रा ने उन्हें बताया कि उसकी तबीयत ठीक नहीं, लेकिन आरोपी शिक्षक उसे शारीरिक कार्य के लिए मजबूर कर रहे हैं। छात्रा की व्यथा सुनकर शिक्षिका ने उसे कक्षा में बैठने को कहा। इस पर आरोपी शिक्षक चिल्लाने लगे और पीछे से आकर शिक्षिका की दोनों बाजुओं को मरोड़ दिया साथ ही शिक्षिका को धक्का देकर दरवाजे की ओर धकेल दिया।
शिक्षिका ने शिकायत के साथ जांच रिपोर्ट भी दाखिल की, जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी व अन्य जांच अधिकारियों ने आरोपों की पुष्टि की थी। समिति ने आरोपी को विशाखा गाइडलाइन के उल्लंघन का दोषी पाया और विभाग ने दोषी शिक्षक का प्रशासनिक स्थानांतरण कर दिया था। जहां आरोपी शिक्षक ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया। शिक्षिका का आरोप था कि विद्यालय के प्रधानाचार्य ने आठ माह बाद बिना किसी आदेश के नियमों के विरुद्ध दोषी शिक्षक को राजकीय इंटर कॉलेज बग्याली में ही कार्यभार ग्रहण करवा दिया और 8 माह कहीं भी राजकीय सेवा में न रहने पर भी वेतन आहरण की संस्तुति कर दी थी। इस मामले में आज मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष ने शिक्षा अधिकारी को राजकीय इंटर कॉलेज बग्याली की शिक्षिका के साथ हुये अभद्रता पर जांच करने के आदेश दिये।
इसके अलावा आयोग के अध्यक्ष ने विद्युत, लोनिवि, जल संस्थान सहित अन्य संबंधित विभागों के कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मानसून सत्र में विद्युत आपूर्ति, पेयजल, सड़क मार्ग बाधित होने से रोकने के लिये अभी से पूरी तैयारियां करें, जिससे आम जनमानस को आवागमन करने में परेशानियों का सामना न करना पड़े। उन्होंने जनपद में हर क्षेत्र में बेहतर कार्य होने पर जिलाधिकारी की सराहना भी की।
बैठक में जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, सीओ पुलिस त्रिवेंद्र सिंह राणा, जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक रणजीत सिंह नेगी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान एस.के रॉय, अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग संजय कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।