रुड़की: जहरीली शराब पीने से रुड़की तथा सहारनपुर में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस कांड को लेकर कोतवाली सिविल लाईंस में एसएसपी हरिद्वार जनमेजय खण्डूरी तथा एसएसपी सहारनपुर दिनेश कुमार ने संयुक्त रूप से खुलासा किया है। एसएसपी जनमेजय खण्डूरी ने जहरीली शराब कांड़ का खुलासा करते हुए बताया कि जहरीली शराब बेचने वाले बाल्लूपुर निवासी बाप-बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि मुख्य आरोपी सहारनपुर के पुन्डेन निवासी सरदार हरदेव सिंह पुत्र सुखविन्द्र सिंह फरार हो गया है।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि जहरीली शराब को उत्तरप्रदेश के सहारनपुर जनपद के ग्राम पुन्डेन निवासी सुखविंदर सिंह तथा सरदार हरदेव सिंह से लाया था। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने बाल्लूपुर स्थित उनके घर से कच्ची शराब की बोतलें व पाउच भी बरामद किये हैं। पुलिस ने सहारनपुर के ग्राम पुन्डेन निवासी दोनो आरोपियों के घर पर भी दबिश दी। लेकिन आरोपी हाथ नहीं लग सके। छापे में मिली शराब बनाने की भट्टी को नष्ट किया गया। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये प्रयास किये जा रहे है।
एसएसपी हरिद्वार ने पत्रकारो से वार्ता करते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक झबरेडा थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से दर्जनों मौतों के लिये जिम्मेदार अपराधियों की धरपकड में लिये पुलिस रात-दिन छापेमारी कर रही है। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के निर्देशन में बनाई गयी टीम ने सोनू पुत्र फकीरा व फकीरा पुत्र लच्छी निवासी बल्लूपुरा को भलसवागाज-फकरेडी तिराहे से गिरफ्तार किया। पूछताछ में सोनू ने बताया कि गत पांच फरवरी को वह सहारनपुर के पुन्डेन निवासी सरदार हरदेव सिंह पुत्र सुखविन्द्र सिंह तथा उसके पिता सुखविन्द्र उर्फ सुख्खा पुत्र आशा सिंह के यहां से पाउचो में भरी 35 बोतल कच्ची शराब लाया था। शराब का रंग दूधिया लग रहा था और उसमें से डीजल की दुर्गन्ध भी आ रही थी। जिस पर सोनू ने सरदार हरदेव को फोन कर पूछा तो उसे बताया गया कि शराब का रंग काला हो गया था इस लिये उसमें दूध मिलाया गया है और डीजल के बर्तन का प्रयोग करने के कारण उसमें डीजल की बदबू आ रही है। पूछताछ में सोनू ने बताया कि उसने लायी गयी बोतलों में से बीस बोतलें गजराज पुत्र रूपचन्द निवासी बाल्लूपुर को, दो बोतलों के आठ पाउच बनाकर चार पाउच ग्राहको को तथा चार पाउच खरक निवासी धीर सिंह पुत्र चरण सिंह को बेचे। उनमें से एक पाउच धीर सिंह ने तभी पी लिया और बदबू आने के कारण तीन पाउच वापस लौटा कर अपने घर चला गया। एसएसपी ने बताया कि सोनू के अनुसार उसने दो-दो लीटर के तीन पाउच भलसवागाज निवासी चन्द्रभान उर्फ चन्दर पुत्र मोहर सिंह को तथा चार पाउच अनजान व्यक्ति को बेचे। अगले दिन वह फिर सरदार हरदेव सिंह से बीस बोतल लेकर आया। जिन्हे बिन्दूखडग निवासी बिट्टू पुत्र धर्म सिंह को दी। बेचने के लिये सात तारीख को भी वह हरदेव सिंह से दो-दो लीटर कच्ची शराब के पाउच लाया। सोनू ने पूछताछ में यह भी स्वीकार किया कि जिन लोगो को उसने सफेद रंग की शराब बेची और उन्होंने उसे पिया था उनमें से धीर सिंह उर्फ धीरा निवासी खरक, बिट्टू निवासी बिन्दू, चन्द्रभान उर्फ चन्दर की मौत हो जाने से वह घबराकर भाग गया था।
पुलिस कप्तान ने बताया कि दोनो आरोपी अवैध शराब के पुराने कारोबारी है। इन पर पहले भी आबकारी अधिनियम के अन्तर्गत कार्रवाई हो चुकी है। आरोपियों की निशानदेही पर बाल्लूपुर स्थित उनके घर से खाली बोतलें, पाउच तथा उनके ईख के खेत से कच्ची शराब से भरा एक जेरीकेन बरामद किया है। एसएसपी ने बताया कि एसपी देहात नवनीत सिंह के निर्देशन में पुलिस टीम में उत्तर प्रदेश पुलिस के देवबंद क्षेत्राधिकारी सिद्धार्थ के साथ ही क्षेत्राधिकारी मंगलौर डीउस रावत, रुड़की कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अतरजीत सिंह, , मंगलौर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रदीप चैहान, थानाध्यक्ष भगवानपुर संजीव थपलियाल तथा थानाध्यक्ष झबरेडा कमल भंडारी, थानाध्यक्ष बुग्गवाला अपनी टीमों के साथ शामिल रहे।