श्री राम गौधाम सेवा समिति के संस्थापक जगदीश प्रसाद भट्ट एवं सरंक्षक मोहन काला (सी.ए.) की अगुआई में एवं तमाम गौसेवकों के आशीर्वाद एवं सहयोग से 21से 27 मार्च 2023 तक गढ़वाल मंडल (उत्तराखंड) क्षेत्र में गौमाता की सेवा,संरक्षण एवं संवर्धन की अभिलाषा में गौरथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।

श्री राम गौधाम सेवा समिति के संस्थापक जगदीश प्रसाद भट्ट एवं संरक्षक मोहन काला ने इस मौके पर उत्तराखंड के जन-मानस से गौ माता के निमित अपील करते हुए कहा है कि गौ माता हमारे हिन्दू सनातन की माता है,गौ माता की शास्त्रों में बहुत बड़ी महिमा है,वह सभी प्रकार से पूज्य है,फिर भी गौमाता की इतनी बुरी दुर्दशा क्यों हो रही है? इस विषय पर हमें गंभीरता से विचार करना है।

आज हम सब जानते हैं कि पूरी दुनिया में गौमाता से बढ़कर कोई दूसरा बड़ा धर्म एवं पुण्य नहीं है। इस लिए हम निवेदन करत है कि गौमाता की तुलना कभी भी भूलकर किसी अन्य जानवर से ना करें। गौमाता के शरीर में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है। गौ माता श्रीकृष्ण की परमाध्या है। गौ माता वैतरणी पार लगाने वाली है, इस लिए हमारे ग्रंथों में भी उल्लेखित हैं कि जो व्यक्ति गौ माता को अपने घर पर रखकर उसकी तन-मन-धन से सेवा करता है,उसका जीवन धन्य हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो सच्चे मन से गौ माता की सेवा करता हैं,गौ माता उसकी सर्व मनोकामना पूर्ण करती है। गौ माता के दिव्य दर्शन प्रातःकाल उठकर जो व्यक्ति  करता है उसको वह शौभाग्यशाली होता है।

उन्होंने कहा कि प्राचीन ग्रंथों में सुरभि (इंद्र के पास),कामधेनु (समुद्र मंथन के 14 रत्नों में एक),नंदिनी,पद्मा,कपिला आदि गायों का महत्त्व बताया गया है। गौ माता के गोबर में लक्ष्मी का निवास माना गया है। इसलिए जब भी कोई पूजन या हवन जैसा कोई धार्मिक कार्य किया जाता है तो उस जगह को गाय के गोबर से लिपा जाता है।

लेकिन दुर्भाग्य की बात है की आज इस गौ माता की दुर्दशा हो रही है। गावं से लेकर शहरों की सडको पर हमारी गौ माता निराश्रित घूम रही है। इस लिए हमारा आपसे निवेदन  हैं कि  गौ माता और गौवंश को लेकर आप सब चिंतन मनन कर गौ माता की सेवा के लिए आगे आएं। इसी उदेश्य को साकार करने को लेकर श्री राम गौधाम सेवा समिति आम जनमानस से सहयोग की उम्मीद रखते हुए इस जनजागरण गौरथ यात्रा का आयोजन कर रही है।

आपको बताते है की श्रीराम गौ धाम सेवा समिति के तत्वावधान में गौ सेवक जगदीश भट्ट की अगुआई में मार्च 2020 में जब पूरे विश्व में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन लगता गया था। उस संकट के समय जब हर कोई अपने घरों में कैद थे। ऐसे में इंसान से लेकर जानवरों तक के सामने जीने और खाने का संकट पैदा हो गया था। ऐसे समय में श्री राम गौ धाम सेवा समिति का उदय हुआ और सेवा का पथ था,गौ माता की सेवा और सवर्धन के लिए कटिबद्धता। जिसकी परिकल्पना की गौ सेवक जगदीश प्रसाद भट्ट ने और वर्ष 2022 में इस समिति में सेवा की अरदास लगाई, समाज सेवी एवं सी.ए. मोहन काला ने, जिन्होंने गौ माता के लिए अपनी सेवा एवं समर्पण भाव से कार्य शुरू किया। गौ सेवा के प्रति सेवा समर्पण के चलते श्री राम गौ धाम सेवा समिति के द्वारा मोहन काला को इस समीति का संरक्षक बनाया गया और गौ माता की सेवा की अलख जब जगदीश प्रसाद भट्ट और मोहन काला ने आगे बढ़ानी शुरू की तो आज इस सेवा के पथ पर असंख्य लोगों कारवां चल रहा है।

इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए श्रीराम गौ धाम सेवा समिति द्वारा निराश्रित गौ माता और गौ वंशो की दशा और दिशा सुधारने के लिए एक ऐतिहासिक यात्रा का आव्हान 21 मार्च 2023 से गढ़वाल मंडल  क्षेत्र में किया जा रहा है। जिसमें ऋषिकेश और हरिद्वार से संत समाज एवं समाज के प्रबुद्धजनों का आशीर्वाद मिल रहा है।

इस ऐतिहासिक यात्रा का उद्देश्य गावं से लेकर शहर के रास्तों में सडको पर निराश्रित घूम रही गौ माता एवं गौ वंशो की दशा सुधारने के लिए जन-जागरण अभियान चलाना है। जिसके लिए आम जनमानस से अपील की जा रही है की वह अपने-अपने क्षेत्रों में गौ माता की रक्षा एवं संवर्धन का कार्य सेवा भाव से कर इस पुण्य कार्य में अपनी भागीदारी निभाए।

इसी के साथ श्रीराम गौधाम सेवा समिति गावं एवं शहर में गौशालाओं के निर्माण और गौ माता के सरंक्षण एवं बचाव के लिए गौशाला हेतु गौरक्षकों की नियुक्ति करना भी है।