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आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल बताते हैं कि मंत्र और यंत्र की सिद्धि के लिए यह नवरात्र वरदान के समान है। वह देश-दुनिया को सावधान करते हुए बताते हैं कि इस बार चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं और भैंसे पर प्रस्‍थान करेंगी। देश-दुनिया के लिहाज से इन दोनों ही सवारियों को अच्‍छा नहीं माना गया है। घोड़े को युद्ध का प्रतीक माना जाता है।  जबकि भैंसे की सवारी का अर्थ है रोग, दोष और कष्ट का बढ़ना।

इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 से शुरू होने जा रही हैं, जो 11 अप्रैल तक चलेंगी। सकारात्मकता यह है कि इस साल की नवरात्रि पूरे 9 दिन की हैं और एक भी तिथि का क्षय नहीं हो रहा है। इस तरह पूरे 9 दिन के व्रत रखे जाएंगे और मां की पूजा-उपासना की जाएगी। नवरात्रि में तिथि का क्षय न होना शुभ माना जाता है। इसके अलावा इन नवरात्रि के दौरान 2 बड़े परिवर्तन भी हो रहे हैं, जो कि बहुत शुभ हैं। हालांकि मां दुर्गा की सवारी अनहोनी की ओर इशारा कर रही है। इसलिए स्वयं एवं राष्ट्र विश्व की रक्षा और शांति के लिए सभी लोगों को तन मन धन समर्पण से मां दुर्गा की उपासना करनी चाहिए।

प्रस्थान की सवारी और उनके संकेत

अगर नवरात्रि का समापन रविवार और सोमवार को हो रहा है, तो मां दुर्गा भैंसे की सवारी से जाती हैं। इसका संकेत होता है कि देश में शोक और रोग बढ़ेंगे। वहीं शनिवार और मंगलवार को नवरात्रि का समापन हो तो मां जगदंबे मुर्गे पर सवार होकर जाती हैं। ये दुख और कष्ट की वृद्धि को ओर इशारा करता है। बुधवार और शुक्रवार को नवरात्रि समाप्त होती है, तो मां की वापसी हाथी पर होती है जो अधिक बरसात को ओर संकेत करता है। इसके अलावा अगर नवरात्रि का समापन गुरुवार को हो रहा है, तो मां दुर्गा मनुष्य के ऊपर सवार होकर जाती हैं जो सुख और शांति की वृद्धि की ओर इशारा करता है।

2 ग्रह बदलेंगे राशि 

चैत्र नवरात्रि में 2 अहम ग्रह राशि बदलने जा रहे हैं। इन 9 दिनों के दौरान मंगल और बुध ग्रह राशि बदलेंगे। वहीं शनि देव मकर राशि में, रहकर पराक्रम में वृद्धि करेंगे। इसके अलावा नवरात्रि के दौरान रवि पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग बन रहे हैं। शनिवार से नवरात्रि का प्रारंभ होना और शनि देव का अपनी ही राशि मकर में मंगल के साथ रहना शुभ फल देगा। कुल मिलाकर इस दौरान माता की पूजा-उपासना करना कामों में सफलता दिलाएगा। मनोकामनाएं पूरी करेगी।

आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल