पिछले महीने की 22 मार्च से अभी तक देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में हर दिन इजाफा हो रहा है। 15 दिन में 13 बार पेट्रोल के दाम बढ़े हैं, बीच में केवल 2 दिन दाम नहीं बढ़ाए गए थे। इसके साथ एलपीजी, सीएनजी और पीएनजी के दामों में भी बढ़ोतरी की गई है। ईंधन की हर रोज बढ़ती कीमतों से वाहन सवार और आम लोग परेशान हैं। लेकिन तेल कंपनियां पेट्रोल डीजल लगातार महंगा किए जा रही हैं। किसी को भी नहीं मालूम कि बढ़ती हुई कीमतों पर कब विराम लगेगा।
बीते 2 हफ्ते में वाहन ईंधन पेट्रोल के भाव में 9 रुपये 20 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया जा चुका है। जिसके बाद आज दिल्ली में 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 104 रुपये 61 पैसे हो गयी है जबकि डीजल की कीमत 95.87 रुपये प्रति लीटर हो चुकी है. वहीँ मुम्बई में 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 119.67 रुपये तथा डीजल 103.92 रुपये है.
इसके अलावा घरेलू उपयोग की गैस पीएनजी के दामों में भी अच्छी खासी बढ़ोत्तरी हुयी है. बीते एक अप्रैल को दिल्ली में पीएनजी की कीमत में 5 रुपये प्रति एससीएम और नोएडा और गाजियाबाद में 5.85 रुपये प्रति एससीएम की बढ़ोतरी की गई है। जिसके बाद दिल्ली में पीएनजी की कीमत 41.61 रुपये प्रति यूनिट (एससीएम या मानक घन मीटर) और गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 41.71 रुपये प्रति यूनिट हो गयी है।
पेट्रोल-डीजल के साथ साथ CNG की कीमतें भी तेजी से बढती जा रही है. सोमवार को सीएनजी के दामों में 2.5 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्ज हुई। जिसके बाद अब दिल्ली में CNG के दाम 64.11 रुपये प्रति किलोग्राम हो गए हैं. जबकि नोएडा, ग्रेटर नोएडा में CNG 66.68 रुपये प्रति किलो हो गयी है।
वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार इस बढ़ोतरी से बिल्कुल भी इत्तेफाक नहीं रखती है। मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्री का यह तर्क है कि देश में जो पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ रही है वह अमेरिका और ब्रिटेन की तुलना में बेहद कम हैं। बता दें कि मंगलवार को संसद में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी से जब विपक्षी सांसदों ने ईंधन के बढ़ते दामों के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से कर दी।
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि मेरे हिसाब से भारत में पेट्रोल की कीमतें बीते दो हफ्तों में 5% बढ़ी हैं। इनकी कीमतों में इजाफा अकेले भारत में नहीं हुआ है। अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के बीच में पेट्रोल की कीमतें अमेरिका में 51%, कनाडा में 52%, जर्मनी में 55%, ब्रिटेन में 55%, फ्रांस में 50% और स्पेन में 58% बढ़ी हैं। बीते 2 हफ्ते में वाहन ईंधन पेट्रोल के भाव में 9 रुपये 20 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया जा चुका है। पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की बढ़ती कीमतों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेरने की कोशिश में जुटा है।
विपक्षी नेता कई बार संसद में इस मुद्दे को लेकर चर्चा का प्रस्ताव रख चुके हैं। लेकिन चर्चा नहीं हो पा रही है। जिसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही पर असर भी पड़ रहा है। विपक्षी नेता लगातार महंगाई और तेल की कीमतों को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं। इससे पहले कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में भी इसे लेकर प्रदर्शन किया था।