पौड़ी: जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ, पौड़ी की जिला इकाई ने जूनियर हाई स्कूल कांडई के प्रधानाध्यापक के निलंबन पर सवाल उठाए। बगैर पक्ष जाने निलंबन उत्पीड़न है। संघ द्वारा एकतरफा कार्यवाही का विरोध किया जाएगा।
बीआरसी, पौड़ी में हुई संगठन की बैठक में जूनियर हाई स्कूल, कांडई के प्रधानाध्यापक के निलंबन का मामला छाया रहा। शिक्षक नेताओं ने निलंबन पर सवाल उठाए। कहा कि प्रधानाध्यापक आकस्मिक अवकाश पर थे। निलंबन आदेश में कहा गया है कि स्कूल समय से पूर्व बंद किया गया। साथ ही ये भी कहा गया है कि मिड-डे-मील के अभिलेखों में कूट अंकन पाया गया। जब स्कूल बंद था तो अधिकारी को अभिलेख कहां से मिले। कहा कि ये पूरी तरह से विरोधाभाष पैदा करता है। वक्ताओं ने इस बात पर रोष प्रकट किया कि निलंबन से पहले प्रधानाध्यापक का पक्ष तक नहीं जाना गया। ये तानाशाही का नमूना है।
बैठक में शिक्षकों के प्रशासनिक स्थानांतरणों के मामले जांच अधिकारी डिप्टी ईओ पोखड़ा को बनाए जाने पर सवाल खड़े किए। कहा कि ये शिक्षकों को प्रताड़ित करने का तरीका है। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
इसके अलावा बैठक में मई में जिला इकाई का चुनाव कराने, इसके लिए स्थान तय करने, सहायक अध्यापक से प्रधानाध्यापक पद पर प्रमोशन, प्रोन्नत वेतनमान, जूनियर सहायक के पदों पर पदोन्नति, स्थायीकरण आदेश के बावजूद भी विकासखण्डों की लापरवाही से प्रकरणों की कोई सुनवाई नही, विद्यालयों के कोटिकरण की प्रक्रिया स्थानान्तरण से पूर्व की जाय,एरियर बिलों का भुगतान न होना, स्थानान्तरण हेतु आनलाइन फार्म भरने और साथ ही स्कूल में कम से कम तीन शिक्षकों की तैनाती की मांग की गई । पूर्व में प्रेषित ज्ञापन के आघार पर जारी कार्यवृत्त के एक भी बिन्दु पर कार्य न होने पर रोष व्यक्त किया गया।
बैठक में संगठन के जिलाध्यक्ष जयचंद्र आर्य, जिला मंत्री मुकेश काला, प्रांतीय बरिष्ठ उपाध्यक्ष कुंवर सिंह राणा, संयुक्त मंत्री भगत सिंह भंडारी, सुदर्शन सिंह बिष्ट, विजेंद्र कुमार भटट, मनमोहन चौहान, चंद्रमोहन सिंह बिष्ट, लक्ष्मण सिंह रावत, सजनीश अंथवाल, कैलाश पंवार, मनोज राणा, अनिल भटट, हुकम सिंह, बाल गोविंद, महिमानंद जखमोला, दिनेश कुमार सोनी, देवेंद्र असवाल, नरेंद्र बिष्ट, रूपा रावत, धर्मानंद गौड़, विपिन रांगड़, विनय रावत, महेंद्र पाल सिंह, सुरेश कंडवाल, देवेन्द्र असवाल, रजनीश बडथ्वाल आदि मौजूद थे।