नई दिल्ली: रविवार, 19 अगस्त, 2018 को “गढवाल हितैषिणी सभा दिल्ली” द्वारा पंचकुइयां रोड़, नई दिल्ली स्थित “गढ़वाल भवन” में वीर चंद्रसिंह गढवाली मेधावी विध्यार्थी सम्मान सामारोह-2018 आयोजित किया गया। जिसके अंतर्गत दिल्ली-एन्सीअर के 154 मेधावी बच्चों को सम्मानित किया गया। कार्यकम का संचालन संस्था के महासचिव पी. के. मैठाणी द्वरा किया गया, उन्होंने बताया कि इस सम्मान समारोह का आयोजन बड़े भव्य रूप से करने की पूरी तैयारी हो चुकी थी जिसके अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रम भी सम्मिलित किया जाना था परन्तु अभी तीन दिन पहले ही भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के निधन होने की वजह से इस कार्यक्रम को छोटा कर केवल मेधावी बच्चों के सम्मान समारोह तक सीमित कर दिया गया है। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने सर्वप्रथम स्वर्गीय अटल जी के लिए 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रधांजलि दी गई। इसके बाद गढवाल हितैषिणी सभा के अध्यक्ष एम.एस. राणा ने गढवाल हितैषिणी सभा दिल्ली द्वारा किये गए सामजिक कार्यों से उपस्थित लोगों को अवगत कराया तथा सभी उपस्थित मेधावी बच्चों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम की शुरुआत में दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले गढवाल के दसवीं व बारहवीं की इस वर्ष की बोर्ड परीक्षा में 90% व इससे अधिक अंक प्राप्त लगभग 154 मेधावी छात्र-छात्राओं को एक मोमेंटो, 1100/- रुपये की नकद राशि एवं प्रसस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में भारतीय प्रशासनिक सेवा (I.A.S.) 2018 में चयनित गढ़वाल की दो बालिकाओं प्रतिष्ठा ममगाई जिन्होंने 50 वीं रैंक हासिल की है और शानू डिमरी को भी इस समारोह में मोमेंटो देकर सम्मानित किया। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय शूटर जसपाल राणा की सुपुत्री देवांशी राणा, जिन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलया के सिडनी में हुए जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में देश के लिए दो स्वर्ण पदक जीते हैं को भी सम्मानित किया गया। इंटरनेशनल ताइक्वांडो खिलाडी ऋतू नेगी को भी इस कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।
गढवाल हितैषिणी सभा द्वारा इस कार्यक्रम में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी की पुत्रवधू को कोटद्वार से बुलाकर सम्मानित किया गया। पंडित मीरा गैरोला मैठाणी जोकि डायलिस से पीड़ित हैं को उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए आर्थिक सहायता देकर सम्मानित किया। इसके अलावा गढ़वाल मूल की तमाम ऐसी हस्तियों को जिन्होंने अपने क्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त की है जिनका समाज के प्रति विशेष योगदान रहा है उन्हें भी गढवाल हितैषिणी सभा ने मंच पर आमंत्रित कर सम्मानित किया।
सन 1923 में दिल्ली में अपने पहाड़ की संस्कृति, परंपराओं, सामाजिक मूल्यों, भाईचारे इत्यादि को जीवित रखने के उद्देश्य से एक सामाजिक संस्था “गढ़वाल हितैषिणी सभा” की शुरुआत की गई। तभी से यह संस्था देवभूमि उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को नई पीढ़ी के साथ आगे बढ़ाते हुए एवं अपने सामाजिक दायित्वों को निभाते हुये आगे बढती जा रही है। हालाँकि मै इस संस्था के साथ कल पहली बार रूबरू हुआ, परन्तु यह देखकर अच्छा लगा कि संस्था के सदस्यों ने इतने बड़े कार्यक्रम को बड़ी ही अनुशासित ढंग से आयोजित किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी मेहमानों के लिए संस्था द्वारा दिन के भोजन की व्यवस्था भी की गई थी।