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श्रीनगर गढ़वाल: माँ फाउंडेशन के तत्वाधान में श्रीनगर गढ़वाल में गुरुवार को गढ़वाली कवि सम्मलेन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में नए और पुराने कवियों का शानदार संगम देखने को मिला। कवियों ने पहाड़ से हो रहे पलायन के दर्द को अपनी कविताओं के माध्यम से श्रोताओं के सम्मुख रखा।

कवि सम्मेलन का शुभारंभ मुख्यअतिथि महाबीर सिंह बिष्ट (अपर निदेशक माध्यमिक ) ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पालिका अध्यक्ष पूनम तिवाड़ी ने की।

कवि सम्मलेन के दौरान अरविन्द नेगी की काष्ठ कला की लोगों ने खूब सराहना की। वहीँ पौड़ी के शिक्षक आशीष नेगी की पेंटिंगस पर उकेरी गयी गढ़वाली व हिन्दी की कविताओं को भी दर्शकों ने खूब सराहा। इस कवि सम्मेलन के दौरान धाध संस्था के संस्थापक, वरिष्ठ कवि लोकेश नवानी तथा शिक्षक संपूर्णानंद जुयाल को गढ़वाली भाषा पर कार्य करने के लिए स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र भेट कर सम्मानित किया गया। कवि लोकेश नवानी ने अपनी खूबसूरत कविताओं से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। मां फाउंडेशन की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा खण्डूरी ने सभी अतिथि और कवियों का स्वागत किया। माँ फाउंडेशन की संस्थापक श्रीमती उमा खण्डूरी ने वरिष्ठ कवि लोकेश नवानी को संम्मानित किया, जबकि सम्मान पत्र श्रीमती संगीता फरासी जी ने पढ़ा। कार्यक्रम का सफल संचालन ओम प्रकाश सेमवाल ने किया।

इस अवसर पर मुरली दीवान, श्रीमति उपासना सेमवाल, श्रीमती कविताभट्ट, सुमित रिंगवाल, पंकज नेगी, कुमारी मेधा गोस्वामी, अजय साह, सुनील राज़, श्रीमती साईनीं उनियाल और सचिन बिष्ट आदि कवियों ने शानदार कविता पाठ किया।

 

इस मौके पर माँ फाउंडेशन के अनिल स्वामी जी, श्रीमती पूनम रतूड़ी, श्री राधा मन्दोली, श्रीमती संगीता फरासी, राकेश मोहन कंडारी, महेश गिरी आदि ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने मैं मुख्य भूमिका निभाई। माँ फाउंडेशन की यह पहल बहुत शानदार रही। नए कवियों को इतना बड़ा मंच मिलना अपने आप में गौरवान्वित करने वाला रहा।